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(3) Tuchchha and purnaavabhasi—some pitcher is incomplete but seems to
be complete. (4) Tuchchha and Tuchchhaavabhasi—some pitcher is 5 incomplete and seems to be incomplete.
In the same way manushya (man) is of four kinds-(1) Purna and purnaavabhasi-some man is complete (endowed with wealth and knowledge) and seems to be complete (due to proper use). (2) Purna and tuchchhaavabhasi-some man is complete but seems to be incomplete (due to improper use). (3) Tuchchha and purnaavabhasi—some man is si incomplete but seems to be complete (due to some use). (4) Tuchchha and Tuchchhaavabhasi-some man is incomplete and seems to be incomplete
(due to absence of any use). __५९२. चत्तारि कुंभा पण्णत्ता, तं जहा-पुण्णे णाममेगे पुण्णरूवे, पुण्णे णाममेगे तुच्छरूवे, तुच्छा णाममेगे पुण्णरूवे, तुच्छे णाममेगे तुच्छरूवे।
एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता, तं जहा-पुण्णे णाममेगे पुण्णरूवे, पुण्णे णाममेगे तुच्छरूवे, तुच्छे णाममेगे पुण्णरूवे, तुच्छे णाममेगे तुच्छरूवे।
__५९२. कुम्भ (घट) चार प्रकार के कहे हैं-(१) कोई कुम्भ जल आदि से पूर्ण (भरा) होता है और है उसका आकार आदि भी पूर्ण (सुन्दर) होता है। (२) कोई पूर्ण होता है, किन्तु उसका रूप पूर्ण (सुन्दर)
नहीं होता है। (३) कोई अपूर्ण होता है, किन्तु उसका रूप पूर्ण होता है। (४) कोई अपूर्ण होता है और उसका रूप भी अपूर्ण ही होता है। ___ इसी प्रकार पुरुष भी चार प्रकार के कहे हैं-(१) कोई धन-श्रुत आदि से भी पूर्ण होता है और
वेषभूषादि रूप से भी पूर्ण होता है-(२) कोई धन-विद्या आदि से पूर्ण, किन्तु वेषभूषादि रूप से अपूर्ण म होता है। (३) कोई विद्या आदि से अपूर्ण, किन्तु वेष-भूषादि रूप से पूर्ण। (४) कोई श्रुतादि से भी है अपूर्ण, और वेष-भूषादि रूप से भी अपूर्ण होता है।
592. Kumbha (pitcher) is of four kinds—(1) Purna and purnarupasome pitcher is purna (filled) and purnarupa (beautiful in appearance). (2) Purna and tuchchharupa-some pitcher is filled but tuchchharupa (not beautiful in appearance). (3) Tuchchha and purnarupa—some pitcher is not beautiful but filled. (4) Tuchchha and Tuchchharupa- 4 some pitcher is neither filled nor beautiful.
In the same way manushya (man) is of four kinds—(1) Purna and purnarupa-some man is purna (endowed with wealth and knowledge) and purnarupa (well dressed). (2) Purna and tuchchharupa-some man is endowed but tuchchharupa (not well dressed). (3) Tuchchha and | स्थानांगसूत्र (२)
(54)
Sthaananga Sutra (2) 卐55 )))))) ))))) )))))))))) ))
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