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गोल - पद GOL - PAD (SEGMENT OF BALL)
५४५. चत्तारि गोला पण्णत्ता, तं जहा- - मधुसित्थगोले, जउगोले, दारुगोले, मट्टियागोले तं जहा- - मधुसित्थगोलसमाणे, जउगोलसमाणे,
एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता, दारुगोलसमाणे, मट्टियागोलसमाणे ।
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५४५. गोले चार प्रकार के होते हैं - ( १ ) मधुसिक्थगोला, (२) जतुगोला, (३) दारुगोला, और (४) मृत्तिकगोला । इसी प्रकार पुरुष भी चार प्रकार के होते हैं - (१) मधुसिक्थ (मोम) के बने गोले के समान मृदु व कोमल हृदय वाला; (२) लाख के गोले के समान किंचित् कठोर व कोमल दृढ़ हृदय वाला, जैसे अग्नि के ताप से जतुगोला शीघ्र पिघल जाता है, इसी प्रकार शीघ्र कोमल होने वाला; (३) जैसे लाख के गोले से लकड़ी का गोला अधिक कठिन होता है, उसी प्रकार कठिनतर व दृढ़तर हृदय वाला; तथा (४) जैसे मिट्टी का गोला ( आग में पकने पर) लकड़ी से भी अधिक कठिन होता है, उसी प्रकार कठिनतम व दृढ़तम हृदय वाला ।
545. Golas (balls) are of four kinds – ( 1 ) madhusiktha gola (ball of wax), (2) jatu gola (ball of shellac ), ( 3 ) daru gola (ball of wood) and (4) mrittika gola (ball of baked clay ). In the same way men are also of four kinds (1) having tender and gentle temperament like madhusiktha gola (ball of wax), (2) having tender but slightly hard (but easy to melt) temperament like jatu gola (ball of shellac), (3) having comparatively 5 hard and tough temperament like daru gola (ball of wood) and (4) having 5 even harder and tougher temperament like mrittika gola (ball of baked clay).
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५४६. चत्तारि गोला पण्णत्ता, तं जहा - अयगोले, तउगोले, तंबगोले, सीसगोले ।
एवमेव चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता, तं जहा - अयगोलसमाणे, जाव (तउगोलसमाणे, तंबगोलसाणे), सीसगोलसमाणे ।
५४६. गोले चार प्रकार के होते हैं - ( १ ) अयोगोल (लोहे का गोला ), ( २ ) पुगोल ( रांगे का गोला), (३) ताम्रगोल ( तांबे का गोला), और (४) शीशगोल (सीसे का गोला ) । इसी प्रकार पुरुष भी चार प्रकार के होते हैं - (१) लोहे के गोले के समान गुरु (भारी) कर्म वाला, (२) रांगे के गोले के समान गुरुतर कर्म वाला, (३) तांबे के गोले के समान अधिक गुरुतर कर्म वाला, और (४) सीसे के गोले के 5 समान गुरुतम कर्म वाला ।
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546. Golas (balls) are of four kinds – (1) ayo gola (ball of iron ), ( 2 ) trapu gola (ball of tin), (3) tamra gola (ball of copper) and (4) sheesh gola (ball of lead). In the same way men are also of four kinds – ( 1 ) having heavy 5 bondage of karmas like ayo gola (ball of iron), (2) having heavier bondage
स्थानांगसूत्र (२)
Sthaananga Sutra (2)
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