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। (१) क्षुद्रहिमवान्, (२) महाहिमवान्, (३) निषध, (४) नीलवान, (५) रुक्मी, (६) शिखरी, (७) मन्दर (सुमेरु पर्वत)।
50. In Jambu continent there are seven varsh (areas)-(1) Bharat, i (2) Airavat, (3) Haimavat, (4) Hairanyavat, (5) Harivarsh, (6) Ramyak
varsh and (7) Mahavideh. 51. In Jambu continent there are seven Varshdhar parvats (mountains)-(1) Kshudra Himavan, (2) Mahahimavan, (3) Nishadh, (4) Nilavaan, (5) Rukmi, (6) Shikhari and (7) Mandar (Sumeru).
५२. जंबूद्दीवे दीवे सत्त महाणदीओ पुरत्थाभिमुहीओ लवणसमुदं समप्पेंति, तं जहा-गंगा, रोहिता, हरी, सीता, णरकंता, सुवण्णकूला, रत्ता। ५३. जंबुद्दीवे दीवे सत्त महाणदीओ पच्चत्थाभिमुहीओ लवणसमुदं समप्पेंति, तं जहा-सिंधू, रोहितंसा, हरिकंता, सीतोदा, णारिकंता, रूप्पकूला, र तावती।
५२. जम्बूद्वीप द्वीप में सात महानदियाँ पूर्वाभिमुख होती हुई लवणसमुद्र में मिलती हैं-(१) गंगा, 5 (२) रोहिता, (३) हरित, (४) सीता, (५) नरकान्ता, (६) सुवर्णकूला, (७) रक्ता। ५३. जम्बूद्वीप द्वीप में सात महानदियाँ पश्चिमाभिमुख होती हुई लवणसमुद्र में मिलती हैं-(१) सिन्धु, (२) रोहितांशा, (३) हरिकान्ता, (४) सीतोदा, (५) नारीकान्ता, (६) रूप्यकूला, (७) रक्तवती।
52. In Jambu continent east-flowing seven mahanadis (great rivers) fall into Lavan Samudra-(1) Ganga, (2) Rohita, (3) Harit, (4) Sita, (5) Narakanta, (6) Suvarnakoola and (7) Rakta. 53. In Jambu continent west-flowing seven mahanadis (great rivers) fall into Lavan Samudra(1) Sindhu, (2) Rohitamsha, (3) Harikanta, (4) Sitoda, (5) Narikanta, (6) Rupyakoola and (7) Raktavati.
५४. धायइसंडदीवपुरथिमद्धे णं सत्त वासा पण्णत्ता, तं जहा-भरहे, [ एरवते, हेमवते, हेरण्णवते, हरिवासे, रम्मगवासे ] महाविदेहे। ५५. धायइसंडदीवपुरत्तिमद्धे णं सत्त वासहरपब्बता पण्णत्ता, तं जहा-चुल्लहिमवंते, (महाहिमवंते, णिसढे, णीलवंते, रुप्पी, सिहरी), मंदरे।
५४. धातकीषण्डद्वीप के पूर्वार्ध में सात वर्ष (क्षेत्र) हैं-(१) भरत, (२) ऐरवत, (३) हैमवत, (४) हैरण्यवत, (५) हरिवर्ष, (६) रम्यक्वर्ष, (७) महाविदेह। ५५. धातकीषण्ड द्वीप के पूर्वार्ध में सात वर्षधर पर्वत हैं-(१) क्षुद्रहिमवान् (२) महाहिमवान् (३) निषध, (४) नीलवान् (५) रुक्मी, 卐 (६) शिखरी, (७) मन्दर।
54. In the eastern half of Dhatakikhand continent there are seven i varsh (areas)-(1) Bharat, (2) Airavat, (3) Haimavat, (4) Hairanyavat,
(5) Harivarsh, (6) Ramyak-varsh and (7) Mahavideh. 55. In the eastern half of Dhatakikhand continent there are seven Varsh-dhar parvats
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सप्तम स्थान
(307)
Seventh Sthaan
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