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91. In Jambu continent, to the east of Mandar Mountain (in 5 Mahavideh area) joining from both sides of great river Sita flow three intermediate rivers. They are – ( 1 ) Grahavati, ( 2 ) Drahavati, (3) Pankavati, (4) Taptajala, (5) Mattajala and ( 6 ) Unmattajala. 92. In Jambu continent, to the west of Mandar Mountain joining from both sides of great river Sitoda flow six intermediate rivers. They are(1) Kshiroda, (2) Simhasrota, (3) Antarvahini, (4) Urmimalini, (5) Phenamalini and (6) Gambhiramalini.
धातकीषण्ड पुष्करवर - पद DHATAKIKHAND-PUSHKARVAR-PAD
(SEGMENT OF DHATAKIKHAND-PUSHKARVAR)
९३. धायइसंडदीवपुरत्थिमद्धे णं छ अकम्मभूमीओ पण्णत्ताओ, तं जहा - हेमवए, हेरण्णवते, हरिवासे, रम्मगवासे, देवकुरा, उत्तरकुरा । ९४. एवं जहा जंबुद्दीवे दीवे जाव अंतरणदीओ जाव पुक्खरवरदीवद्धपच्चत्थिमद्धे भाणितव्यं ।
९३. धातकीषण्ड द्वीप के पूर्वार्ध में छह अकर्मभूमियाँ हैं - (१) हैमवत, (२) हैरण्यवत, (३) हरिवर्ष, (४) रम्यकवर्ष, (५) देवकुरु, (६) उत्तरकुरु । ९४. इसी प्रकार जैसे जम्बूद्वीप नामक द्वीप में वर्ष, वर्षधर आदि से लेकर अन्तर्नदी तक का वर्णन किया है वैसा ही धातकीषण्ड द्वीप में भी जानना चाहिए । इसी प्रकार धातकीषण्ड द्वीप के पश्चिमार्ध में तथा पुष्करवरद्वीपार्ध के पूर्वार्ध और पश्चिमार्ध में भी जम्बूद्वीप के समान सर्व वर्णन जानना चाहिए।
93. In eastern half of Dhatakikhand continent there are six akarmabhumis (land of no endeavour ) - ( 1 ) Haimavat, (2) Hairanyavat, (3) Harivarsh, (4) Ramyak-varsh, (5) Devakuru and (6) Uttar-kuru. 94. In the same way all the description mentioned about Jambu i continent starting from Varsha, Varsh-dhar right up to intermediate rivers should be repeated for eastern half of Dhatakikhand. Similarly all the description mentioned about Jambu continent should be repeated for western half of Dhatakikhand as well as eastern and western halves of Ardhapushkarvar continent.
ऋतु - पद RITU PAD (SEGMENT OF SEASONS)
९५. छ उऊ पण्णत्ता, तं जहा - पाउसे, वरिसारत्ते, सरए, हेमंते, वसंते, गिम्हे ।
९५. ऋतुएँ छह हैं - (१) प्रावृट् ऋतु - आषाढ और श्रावण मास । ( २ ) वर्षा ऋतु - भाद्रपद और आश्विन मास । ( ३ ) शरद् ऋतु - कार्तिक और मृगशिर मास । ( ४ ) हेमन्त ऋतु - पौष और माघ मास । (५) वसन्त ऋतु - फाल्गुन और चैत्र मास । (६) ग्रीष्म ऋतु- वैशाख और ज्येष्ठ मास ।
95. There are six ritus (seasons ) - ( 1 ) Pravrit ritu (first half of monsoon)—months of Ashadh and Shravan, (2) Varsha ritu (second half
षष्ठ स्थान
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Sixth Sthaan
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