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१५२. जम्बूद्वीप नामक द्वीप में मन्दर पर्वत में सीतोदा महानदी की दक्षिण दिशा में पाँच ॥ + वक्षस्कारपर्वत हैं-(१) विद्युत्प्रभ, (२) अंकावती, (३) पक्ष्मावती, (४) आशीविष, (५) सुखावह। ॐ १५३. जम्बूद्वीप नामक द्वीप में मन्दर पर्वत के पश्चिम भाग में सीतोदा महानदी की उत्तर दिशा में
पाँच वक्षस्कारपर्वत हैं-(१) चन्द्रपर्वत, (२) सूर्यपर्वत, (३) नागपर्वत, (४) देवपर्वत, (५) गन्धमादन। ये सभी पर्वत महाविदेह क्षेत्र के अन्तर्गत हैं)
152. In Jambu Dveep in the western part of Mandar mountain there are four Vakshaskar mountains on the southern bank of great river 4i Sitoda. They are—(1) Vidyutprabh, (2) Ankavati, (3) Pakshmavati, (4) Ashivish and (5) Sukhavah.
153. In Jambu Dveep in the western part of Mandar mountain there are four Vakshaskar mountains on the northern bank of great river Sitoda. They are—(1) Chandraparvat, (2) Suryaparvat, (3) Naag-parvat and (4) Devaparvat and (5) Gandhamadan. (All these mountains are in Mahavideh area.) महाद्रह-पद MAHADRAH-PAD (SEGMENT OF GREAT LAKES)
१५४. जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणे णं देवकुराए कुराए पंच महद्दहा पण्णत्ता, तं म जहा-णिसहदहे, देवकुरुदहे, सूरदहे, सुलसदहे, विज्जुप्पभदहे।
१५५. जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स उत्तरे णं उत्तरकुराए कुराए पंच महादहा पण्णत्ता, तं में जहा-णीलवंतदहे, उत्तरकुरुदहे, चंददहे, एरावणदहे, मालवंतदहे।
१५४. जम्बूद्वीप नामक द्वीप में मन्दर पर्वत के दक्षिण भाग में देवकुरु नामक कुरुक्षेत्र में पाँच ॐ महाद्रह हैं-(१) निषधद्रह, (२) देवकुरुद्रह, (३) सूर्यद्रह, (४) सुलसद्रह, (५) विद्युत्प्रभद्रह।
१५५. जम्बूद्वीप नामक द्वीप में मन्दर पर्वत के उत्तर भाग में उत्तरकुरु नामक कुरुक्षेत्र में पाँच म महाद्रह हैं-(१) नीलवत्द्रह, (२) उत्तरकुरुद्रह, (३) चन्द्रद्रह, (४) ऐरावणद्रह, (५) माल्यवत्द्रह।
154. In Jambu continent, to the south of Mandar Mountain there are five mahadrahas (great lakes) in the Kuru area called Devakuru. They 46 are—(1) Nishadh draha, (2) Devakuru draha, (3) Surya draha, (4) Sulas draha and (5) Vidyutprabh draha.
156. In Jambu continent, to the north of Mandar Mountain there are five mahadrahas (great lakes) in the Kuru area called Uttar-kuru. They are--(1) Niavat draha, (2) Uttar-kuru draha, (3) Chandra draha, (4) Airavan draha and (5) Malyavat draha.
नांगसूत्र (२)
(170)
Sthaananga Sutra (2)
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