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उत्तर भारतीय प्रवर्त्तक गुरुदेव भण्डारी श्री पद्मचन्द्र जी म. सा. द्वारा सम्प्रेरित सचित्र आगममाला का पन्द्रहवाँ पुष्प
■ सचित्र श्री स्थानांगसूत्र ( भाग १ )
■ प्रधान सम्पादक
उ. भा. प्रवर्त्तक श्री अमर मुनि जी
■ सह-सम्पादक
श्रीचन्द सुराना 'सरस'
■ अंग्रेजी अनुवाद
श्री सुरेन्द्र बोथरा, जयपुर ■ संशोधन
राजकुमार जी जैन, दिल्ली
■ चित्रांकन
डॉ. त्रिलोक शर्मा
■ प्रकाशक एवं प्राप्ति - स्थान
पद्म प्रकाशन
पद्म धाम, नरेला मण्डी, दिल्ली- ११००४०
■ मुद्रण-व्यवस्था
संजय सुराना
श्री दिवाकर प्रकाशन
ए-७, अवागढ़ हाउस, एम. जी. रोड, आगरा- २८२००२
दूरभाष : (०५६२) २१५११६५
■ प्रथम आवृत्ति
वि. सं. २०६१ चैत्र
ईस्वी सन् २००४,
■ मूल्य
छह सौ रुपया मात्र ( ६०० /- रुपये)
■ सर्वाधिकार पद्म प्रकाशन
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