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1. Uparim (upper) Graiveyak vimaan prastar is of three kinds1) Uparim-adhastan (upper-lower) Graiveyak viman prastar, (2) Uparim-madhyam (upper-middle) Graiveyak viman prastar, and (3) Uparim-uparim (upper-upper) Graiveyak viman prastar.
विवेचन-बारहवें देवलोक से ऊपर नौ ग्रैवेयक विमान हैं। लोक पुरुष के ग्रीवा (गर्दन) स्थान पर है अवस्थित होने के कारण इन्हें अवेयक विमान कहा जाता है। ___ ग्रैवेयक विमान सब मिलकर नौ हैं और वे एक-दूसरे के ऊपर अवस्थित हैं। उन्हें पहले तीन ॥ विभागों में कहा गया है-नीचे का त्रिक, बीच का त्रिक और ऊपर का त्रिक। तत्पश्चात् एक-एक त्रिक के तीन-तीन विकल्प किए गये हैं।
Elaboration—There are nine Graiveyak vimaans above the twelfth dimension of gods. In the human model of universe these are located near the neck (griva) that is why they are called Graiveyak vimaans.
There is a total number of nine Graiveyak vimaans located one above the other. First they have been grouped into three triads-lower triad, middle triad and upper triad. After that three levels of every triad have been stated. पापकर्म-पद PAAP-KARMA-PAD (SEGMENT OF DEMERITORIOUS KARMAS)
४२२. जीवाणं तिट्ठाणणिव्वत्तिते पोग्गले पावकम्मत्ताए चिणिसुं वा चिणंति वा चिणिस्संति वा, तं जहा-इत्थिणिव्वत्तिते, पुरिसणिव्वत्तिते, णपुंसगणिव्वत्तिते।
एवं-चिण-उवचिण-बंध उदीर-वेद तव णिज्जरा चेव।
४२२. जीवों ने तीन स्थानों में उत्पन्न होकर पुद्गलों का पाप कर्मरूप से संचय किया है, संचय करते हैं और संचय करेंगे
(१) स्त्रीनिवर्तित (स्त्री-रूप में उत्पन्न होकर)। (२) पुरुषनिवर्तित (पुरुष-रूप में उत्पन्न होकर)। (३) नपुंसकनिर्वर्तित (नपुंसक रूप में उत्पन्न होकर)।
इसी प्रकार जीवों ने इन तीन स्थानों में उत्पन्न होकर पुद्गलों का कर्मरूप से उपचय, बन्ध, उदीरण, वेदन तथा निर्जरण किया है, करते हैं और करेंगे।
422. Beings did, do and will acquire pudgals (matter particles) in the form of paap-karma (demeritorious karmas) after taking birth in three forins(1) stri-nivartit (being born as a female), (2) purush-nivartit (being born as a male), and (3) napumsak-nivartit (being born as a neuter). In the same way, after taking birth in the said three forms a
तृतीय स्थान
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Third Sthaan
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