________________
भ9555555555555555
ॐ चेव। ३६६. दो रक्खसिंदा पण्णत्ता, तं जहा-भीमे चेव, महाभीमे चेव। ३६७. दो किण्णरिंदा है + पण्णत्ता, तं जहा-किण्णरे चेव, किंपुरिसे चेव। ३६८. दो किंपुरिसिंदा पण्णत्ता, तं जहा-सप्पुरिसे क चेव, महापुरिसे चेव। ३६९. दो महोरगिंदा पण्णत्ता, तं जहा-अतिकाए चेव, महाकाए चेव। ३७०. दो गंधविंदा पण्णत्ता, तं जहा-गीतरती चेव, गीयजसे चेव।
३६३. (१) पिशाचों के दो इन्द्र हैं-काल और महाकाल। ३६४. (२) भूतों के सुरूप और प्रतिरूप। ३६५. (३) यक्षों के पूर्णभद्र और माणिभद्र। ३६६. (४) राक्षसों के-भीम और महाभीम। 卐 ३६७. (५) किन्नरों के-किन्नर और किम्परुष। ३६८. (E) किम्परुषों के-सत्परुष और महापरुष। ३६९. (७) महोरगों के अतिकाय और महाकाय। ३७०. (८) गन्धर्यों के-गीतरति और गीतयश।
363. (1) Pishachas have two Indras (overlords)-Kaal and Mahakaal. 364. (2) Bhoots have two Indras (overlords)-Suroop and Pratiroop. 365. (3) Yakshas have two Indras (overlords)-Purnabhadra and Manibhadra. 366. (4) Rakshasas have two Indras (overlords)-Bheem and Mahabheem. 367. (5) Kinnars have two Indras (overlords)--Kinnar and Kimpurush. 368. (6) Kimpurushas have two Indras (overlords)Satpurush and Mahapurush. 369. (7) Mahorags have two Indras (overlords)-Atikaya and Mahakaya. 370. (8) Gandharvas have two Indras (overlords)-Geetarati and Geetayash.
३७१. दो अणपण्णिंदा पण्णत्ता, तं जहा-सण्णिहिए चेव, सामण्णे चेव। ३७२. दो पणपण्णिंदा पण्णत्ता, तं जहा-धाए चेव, विहाए चेव। ३७३. दो इसिवाइंदा पण्णत्ता, तं जहाइसिच्चेव इसिवालए चेव। ३७४. दो भूतवाइंदा पण्णत्ता, तं जहा-इस्सरे चेव, महिस्सरे चेव।
३७५. दो कंदिंदा पण्णत्ता, तं जहा-सुवच्छे चेव, विसाले चेव। ३७६. दो महाकंदिंदा पण्णत्ता, मतं जहा-हस्से चेव, हस्सरती चेव। ३७७. दो कुंभंडिंदा पण्णत्ता, तं जहा-सेए चेव, महासेए चेव। ॐ ३७८. दो पतइंदा पण्णत्ता, तं जहा-पत्तए चेव, पतयवई चेव।
३७१. (९) अणपनों के दो इन्द्र हैं-सन्निहित और सामान्य। ३७२. (१०) पणपन्नों के-धाता और विधाता। ३७३. (११) ऋषिवादियों के ऋषि और ऋषिपालक। ३७४. (१२) भूतवादियों के-ईश्वर और महेश्वर। ३७५. (१३) स्कन्दकों के-सुवत्स और विशाल। ३७६. (१४) महास्कन्दकों के-हास्य और हास्यरति। ३७७. (१५) कूष्माण्डकों के-श्वेत और महाश्वेत। ३७८. (१६) पतगों के दो इन्द्र हैं-पतग और पतगपति। (ये १६ वाणव्यन्तरों के ३२ इन्द्र हैं)
371. (9) Anapannas have two Indras (overlords)-Sannihit and Samanya. 372. (10) Panapannas have two Indras (overlords)—Dhata and Vidhata. 373. (11) Rishivadis have two Indras (overlords)—Rishi and Rishipalak. 374. (12) Bhootavadis have two Indras (overlords)-Ishvar and Maheshvar. 375. (13) Skandaks have two Indras (overlords)-Suvatsa
听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听听$ $$ $55
3.
| स्थानांगसूत्र (१)
(144)
Sthaananga Sutra (1)
5555555555555555555555555555555555558
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org