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________________ सया क्षमादान Oral DOToman0OONDORE सिन्धु नदी के तट पर बसे वीतभय पट्टन में राजा उदायन नामक एक वीर, साहसी राजा राज्य करता था। उदायन उदार हृदय एवं धार्मिक प्रकृति का राजा था,वह भवानी देवी का परमभक्त था। उसने अपने पराक्रम से आस-पास के सोलह राज्यों को जीतकर अपने देश की सीमाओं का विस्तार कर लिया था। राजा उदायन का विवाह मगध के राजा चेटक की एक बार राजा उदायन महारानी प्रभावती के साथ पुत्री प्रभावती से हुआ था। महारानी प्रभावती बैठे थे तभी राज पुरोहित कक्ष में आये। कोमल हृदय वाली स्त्री थी। वह भगवान महावीर || महाराज! प्रत्येक वर्षVT के सिद्धान्तों का पालन करती थीं। रामा उदायन की तरह इस बार अपनी रानी से बहुत प्रेम करता था। भी माँ भवानी के अवश्य ! माँ भवानी मन्दिर में उत्सव बलि स्वीकार करके मनाया जायेगा जिसमें प्रसन्न होंगी और 909 पशुओं की बलि हमारे राज्य में चारों चढाई आयेगी। ओर खुशहाली और वैभव की वर्षा करेंगी। E HAASDALASSARARSURI VARAND SRI MAHAVIR JAIN ARADHANA KENDRA Koba, Gandhipagar-382 009. tone:1079)23276252,23276204-03 For Private & Personal Use Only
SR No.002801
Book TitleKshamadan Diwakar Chitrakatha 001
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKevalmuni, Shreechand Surana
PublisherDiwakar Prakashan
Publication Year
Total Pages36
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Children Story, Literature, N000, & N040
File Size19 MB
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