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दुर्गदेवाचार्यरचित रिष्ट स म च य
[प्राकृतमूल-संस्कृतच्छाया-आंग्लभाषानुवाद-विस्तृत
प्रस्तावना-टिप्पणी-शब्दकोषादि समन्वित]
संपादक डॉ. अमृतलाल सवचन्द गोपाणी, एम. ए., पीएच्. डी. (प्राध्यापक-सिंघी जैन शास्त्रशिक्षापीठ, भारतीय विद्या भवन) प्रो० एच्. डी. वेल न कर, एम्. ए.
लिखित प्रस्तावनालंकृत
प्रकाश क श्री जयन्तकृष्ण ह० दवे, एम्. ए., एलएल. बी.,
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बंबई
विक्रमाब्द २००१] * प्रथमावृत्ति; पं च शत प्रति * [१९४५ ख्रिस्ताब्द
[मूल्य रू० ७-८-०]
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