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सिंघी जैन शास्त्र शिक्षा पीठ
सिंघी जैन ग्रन्थमाला-ग्रन्यांक ३१ प्रधान संपादक : आचार्य जिनविजय मुनि
कोऊहल-विरइया मरहट्ट -देसि-भासा-णिबद्धा
लीला व ई
णाम दिव्बमाणुसी पाइय - कहा।
सा च अज्ञातनामजैनविद्वद्विरचितसंस्कृतवृत्ति-आंग्लप्रस्तावना
पाठान्तर -शब्दसूची-टिप्पण्यादिभिः समलंकृता
डॉ. आदिनाथ नेमिनाथ उपाध्ये
विदुषा संपादिता।
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भा र ती य विद्या भवन
चौपाटी : मुंबई-७
-
१९६६
[ मूल्य रु. २५-००
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