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राक्षसी क्रोधमूर्च्छिता III. 34.4d
,, क्रोधदर्शना III. 69.18d राक्षसनी सरावणान् VI. 94.36d राक्षसी तत्र जातासि II. 74.9c ,, तर्जनं चैव I. 3.28a , , , , , 31c , त्रिजटाब्रवीत् VI. 48.22b , विजटा वृद्धा V. 27.4c
, धान्यमालिनी V. 22.39d राक्षसीनामवस्थितः V. 30.16b राक्षसीनामसौम्यानाम् V. 25.IC राक्षसीनां कुले कुले VI. 94.22d ,, गृहे गृहे V. 26.20b , च तर्जितम् V. 30.Id
नृपात्मज VII. 4.30d भयत्रस्ता V. 25.8c
भयावहम् V. 42.4d ,, मुखोद्गतम् V. 27.8d ,, वचः श्रुत्वा V. 24.6a
, , , , 42.22a राक्षसी प्रतिभासि मे III. I7.18d
, प्रदरोदरी III. 21.21d ,, भयविह्वला III. 32.24b राक्षसीभिरदूरतः VI. 31.13b राक्षसीभिरनिन्दिता V. 57.39b
VI. 92.43b राक्षसीभिरिहार्दिता V. 25.13b राक्षसीभिर्मनस्विनी V. 25.2b राक्षसीभिर्वराङ्गना V. 24.17b राक्षसमिर्विरूपाभिः V. 24.45e " , 58.58c
, 59.26a
, 65.13a राक्षसीभिश्च तर्जनम् V. 65.3b
, पत्नीभिः V. 9.6a
राक्षसीभीश्च रक्षन्त्या V. 25.19c राक्षसीभिः परिवृता V. 59.22a
परिवृताम् VI. II3.4b
प्रवेशिता VI.48.6d , समावृता V. 24.18b , समावृताम् V. 15.18d ,, सुघोराभिः VI. 34.9c ,, सुरक्षिता IV. 58.23b
" , VI. I7.13d राक्षसी भीमदर्शना V. 24.20b
, भ्रातरं क्रूरम् III. 32.22a ,, मदनार्दिता III. I7.Igd राक्षसीमध्यगा शेते VI. 5.16c राक्षसीमिदमब्रवीत् VI. 31.37d राक्षसीरशृणोत्कपिः V. 24.14d राक्षसी राक्षसाधिपः VI. 47.6d
, राममब्रवीत् III. I7.12b राक्षसी|रदर्शनाः V. 17.4d , ,, I5b
, 22.32d राक्षसीनिजगाम ह V. 23.1d राक्षसीर्विकृताननाः V. 17.16b राक्षसीर्विकृतेक्षणाः V. 6.29d राक्षसीवशमागता V. 16.18d
" , 25.15b
" , 34.37b राक्षसीवशमापना III. 56.340
,, V. 25.4a राक्षसी वाक्यमब्रवीत् V. 23.5b
,, 9d
,, I4b " , , ,, 16bs
, 24.4Id
, , 43d , विकृतानना II. 69.16d
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