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________________ कुनारीज सविता 111.59.1 d कुन्नेत्र सुदर्शन: VI. 86.22) कुन्दगुल्माय पुति: VI. 4.75d . सश: IV. I.77d कुपि य तदा त VI.) 2a .. जिज: 1: VI7.4 ।' पित :: [LI +13) कुपित II. 18. IIC पिनस्वाय II. I8.2;d कुपता का मन11. 47.32}) कुपितस्तमहाला: V.! " कुमित मानिनन्द: 0.6d कुपिनोऽप प्रती II. 18 91) कुपितो राक्षस: VIom.AID ,, सवनानुज: JU. 40.I) कुबेर इव नन्दने 1. 98.12d ,, ,, संयुगे VI. {hg.3d कुबेर तु ग : I. I. It कुबे हिनाः : I )!..d कुवेर भवन यथा ।... d . २. IN. .. IC उबेर भवन मास VI. 41.3c कुबेरमकोपमम् 11.5.2015 कुबेरमोजसा जिल्या . ).12 कुबेरवरुणायपि 11. 12. 360 I. 3.131) कुबेरवरुणोपम 1.70.71d कुबेरेका रवयं वो 1.48a कुब्जवरपि चायाम् il. I5.34d कुब्जया पापदर्शिन्या II.7.16c ,, पापया मला II. I0.1b कुब्जाः केन कृता: सां: I. 32.2t.c कुब्जा क्षिप्रममपिता II. 7.12b कुब्जा तस्यां हितैषिणी II. 7. Igb बुजा निमि। कैकेयाः II. 66.6c पुजा भूत्वाथ वामना: II. 91.5od कुन्जाये पर दी शुभम् II. 7.32d , प्रादो मा II 7.33b कुछ नावाक्यमहाग्रहः II. 59.30b जाब क्यवशंगन! I. 9.57) पु. जावामानक युनम II. 40.Ib कुन । शाश्वकीषितम् II. 9.40b कुमार कुर्यादपकृष्ट सादे IV. 352b शुभारमलेक्षन जोपरीक्षण V. 47.38b ,, समीक्ष्य मेधुगे V. 47.Iyc ., स ताक्षम् V. 47.Id ,, सलं सवाहनम V. 47.17C कुमारमग चव V. 37.35c ,, वीरम् VI. 69.8:c कुमारमायाचन्त V.6I.IIc कुमार मित्राकुमुतं तथान्यम् II. 6:38c कुमारराज्ये जीवस्व II. 58.25c कुमार वर्षे या महामना नदन V. 47.25b कुमार कीयस्य फलं च चिन्त्यम् IV. 30.200 कुमार: शब्दवेधीति II. 63. IIC कुमार संभवयेत्र I. 37.3IC कुमारः समपद्यत III. 5.101) कुहाराणां यशस्विनाम् II I03.16d कुमारानागताऽत्या VII. 4410 कुमारान्तःपुराणि च VII. 91.24d कुमाराभ्यां विनिययौ VII. ICO.20d कुमाराविव तां रात्रिम् I. 29.31a कुमाराविव पावकी I. 22.1b VI. 47.20d कुमाराः शुक्रवासस: VII. 44.14d कुमाराश्च निधूदिता: VI. 75.2b कुमाराः सूर्यवर्चसः VI. 69.34d कुमारास्ते पराजिताः VII. 23.51d कुमारीबहुलाः स्त्रियः II. 65.9d कुमारेण धनुष्मतां II. 63 Iub " . . 4/2ou Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002795
Book TitleValmiki Ramayana Pada Suchi Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGovindlal H Bhatt
PublisherOriental Research Institute Vadodra
Publication Year1966
Total Pages1190
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size26 MB
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