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पुष्पकं तत्समारुह्य VII.34.IIC
, तत्समारोप्य VI. 47.7c ,, तस्य जग्राह VII. 15.35c ,, तु समारुह्य VII. 18.1c ,, नाम नामतः VI. 48.25b ,, नाम भद्रं ते VI. I21.9a ,, ,, सुश्रोणि III. 55.29c ,, पुष्पभूषितम् VI. I22.1b
भेजिरे सर्वे VII. 23.3c ,, यन्न गच्छति VII. 16.6d ,, समधर्षन्त VII. 21.25c ,, स महाबल: VI. I26.29d पुष्पकस्थो महाबाहुः VII. 75.12c पुष्पकस्य गतिश्छिन्ना VII. 16.23a पुष्कस्य च दर्शनम् I. 3.30b
" , , , , 37b , नराधिपः VII. 75.8b , बभनुस्ते VII. 21.26c
, महाबलः VII. 21.9b पुष्पकं हेमभूषितम् VII. 42.1b
" " , 76.Igd
, , , 82.15d पुष्पकादवरुह्य च VII. 76.23b पुष्पकादवरुह्य सा VI. 48.36b
, सः VII. 16.12b पुष्पकादवरुह्याथ VII. 34.13a पुष्पकादवरुह्याशु VII. 31.24a पुष्पं कृतं केसरपत्रपूर्णम् V.7.9d पुष्पकेण धनेश्वरम् VII. 9.3d
, धनेश्वरः VII. 3.34b " , , 9.40d
, महाबलः VII. 4I.IIb पुष्पकेण विमानेन VI. 126.53c ,, वियोजितः VI. II0.12d ,, सुहृवृतः I. I.86d
| पुष्पके राक्षसाधिप: VII. 21.33f
, सुकृतात्मनि VII. 4I.16d ,, हेमभूषिते VII. 82.17b पुष्पको हेमभूषितः VII. 75.6b पुष्पगन्धप्रवाहिनीम् VI. 60.2.4d पुष्पगन्धं मनोहरम् V. 15.14d पुष्पगुल्मललोपेतैः III. 15.I7c पुष्पज्योतिर्गणायुतम् V. 15.12d पुष्पध्वजवतीः पूर्णाः II. 91.68a पुष्पनद्धां वसन्तान्ते II. II4.12a पुष्पपत्रफलान्याशु V. 14.16c पुष्प प्रकरभूषिते VII. 42.17d पुष्पप्रियतरा प्रिये III. 62.3b पुष्पं फलं च पत्रं च II. 33.15c पुष्यभारनिबद्धांश्च V. 2.Ila पुष्पभारसमृद्धानाम् IV. I.44c पुष्पभारसमृद्धानि IV. I.ga पुष्पभारातिभारैश्च V. 15.8a पुष्पभारावलम्बिन: IV. 13.5b पुष्पभारेण च द्रुमाः III. II.48d पुष्पमार्गमपश्यताम् III. 64.25b पुष्पमासे सुदुःसहः IV. I.4Id
, हि तरवः IV. I.DIc पुष्परत्नशतैश्चित्रम् V. 15.13a पुष्परेण्वनुलिप्ताङ्गी VII. 31.23a पुष्पवत्यश्च या लताः VII. 54.Iod पुष्पवद्भिः फलोपेतैः II, 94.10a पुष्पवद्भिरलंकृतम् V. 56.34d पुष्पवद्भिर्मनोरमैः IV. I.Igb पुष्पवर्ष पपात ह VII. 9.36b
, समन्ततः III. 30.29d पुष्पवर्षाणि मुञ्चन्तः VII. 26. I0a पुष्पवर्षेण वीर्यवान् V. 2.2b पुष्पवर्षो महानभूत् I. 73.29b पुष्पं वा जनकात्मजा II. 55.28b
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