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न नो भयं विद्म न दैवतेभ्य: VI. 14.7c नन्दनं नाम नामतः I. 27.13d नन्दनप्रतिमं त्वान्यत् III. 73.7a नन्दनं वानरेन्द्राणाम् VI. I08.12a ,, विबुधोद्यानम् V. I5.IIC . हि यथेन्द्रस्य VII.42.15c नन्दनादप्सरोगणाः II. 91.45d नन्दनादीनि यानि च VII. 13.9b नन्दनेऽप्सरसः सप्त VII. I0.37c नन्दनोपममुत्तमम् V. 4I.Iob नन्दनोपममासेदुः V. 61.7c नन्दन्तु सुसमाहिताः II. 105.12d नन्दन्त्यस्तमितेऽहनि II. I05.24b नन्दन्त्युदित आदित्ये II. I05.24a नन्दयित्वा सुहृजनम् VI. II9.5b नन्दयिष्यसि मां पुत्र II. 24.36c नन्दामि पश्यन्निव दर्शनेन II. 12.103c नन्दिग्रामं गमिष्यामि II. II5.2a नन्दिग्रामनिवासनम् I. 3.17b नन्दिग्रामं प्रविश्य सः II. II5.13b नन्दिग्राममुपागमत् VI. 127.22b नन्दिग्रामं ययौ तदा I. I.88d
,, ,, तूर्णम् II. II5.12c नन्दिप्रामसमीपगान् VI. 125.28b नन्दिप्रामादितः परम् VI. I27.7b नन्दिग्रामेऽकरोद्राज्यम् I. I.30a नन्दिग्रामे जटां हित्वा I. I.89a
, महायशाः VII. 62.13d नन्दिग्रामेऽवसद्धीरः II. II5.21c नन्दिग्रामो यतो भवेत् II. II5.Iod नन्दिवर्धसुतः शूरः I. 71.5c मन्दिवाक्य महाबलः VII. 16.22b नन्दिष्यति मनस्तव II. 54.42f नन्दीश्वरो वचश्चेदम् VII. 16.9c नन्दी हस्वभुजो बली VII. 16.8d
नन्यमाना यथा त्वया VI. 122.7b न न्यवर्तत मानुषम् II. 40.49d नन्वसौ काञ्चनैर्वाण: II. 61.21a नन्वहं तेऽप्रियः पुत्र II. 64.31a नन्वार्योऽपि च धर्मात्मा II. 73.9a नन्विदं भवता कृतम् II. I.2b नन्वेषसि महावने III. 67.15b न परः पापमादत्ते VI. II3.42a ,, ,, प्रेक्षणीयस्ते VI. 63.41c ,, परित्यागमयम् I. 53.12c ,, परेणाहृतं भक्ष्यम् II. 61.16a ,, पर्यदेवन्विधवाः VI. 128.98a ,, पर्याप्ता रणाजिरे V. 46.16b ,, पर्याप्तो महात्मनः I. I0.13b , पश्चात्तेऽभिमन्यन्ते II. 61.13c ,, पश्यति रजोऽप्यस्य II. 42.3a ,, पश्यन्ति स्म दुःखिताः II. 47.2d ,, , ,, वैदेहीम् IV. 49.18c ,, पश्यामश्च राजानम् II. 15.14c ,, पश्यामि कथंचन VI. 62.16d
भयस्थानम् II.60.20a ,,, रणाजिरे V. 59.17d ,, पश्ये परिरक्षणम् IV. 65.30d ,, पानमुपसेवितुम् V. II.2d ,, पापानां वधे पापम् V.52.Ira ,, पारमुपलक्षये V. 58.53d ,, पास्ये न कदाचन III. 47.8d ,, पिता तस्य रावणः VII. I.35d ,, ,, नात्मजो वात्मा II. 27.6a ,, पिथ्यमनुवर्तन्ते III. 16.34a ,, पिबेन्मधु संप्राप्य VI. 13.2c ,, पिबेयं न खादेयम् V. 33.20a ,, पिशाचं न राक्षसम् VI. 20.26b ,, पिशाचा न राक्षसाः III. I9.IIb " , , , , 64.58b
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