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देवगन्धर्वचारणैः III. 24.27b देवगन्धर्वदानवाः III. 65.IId
IV. 42.40b V. I.81d VI. 24.36b ,, 26.2b , 30.15b ,, 90.88b ,, II2.1b
, II6.33b देवगन्धर्वदानवान् VI. II7.23b देवगन्धर्चदानवैः III. 33.7b
VII. 16.41b देवगन्धर्वपुत्राश्च IV. 38.29a देवगन्धर्वपुत्रैश्च IV. 33.6a देवगन्धर्वभूतानाम् III. I9.6a
,, , 32.6a देवगन्धर्वयोषितः V. 18.1od देवगन्धर्वरक्षसाम् VII. 16.1od देवगन्धर्वलोकांश्च III. 65.14c देवगन्धर्वसेवित VII. 21.4d देवगन्धर्वसेवितम् IV. 43.14b देवगन्धर्वसङ्काशाः I. I.32a देवगन्धर्वसंनिधौ VII. 45.9d देव जानाति न ह्येष VII. 36.4Ic देवता अभ्ययाचत VII. 46.18b देवतातिथिपूजकाः I.6,17b देवतादेवसंकाश II. 56.28c देवता नन्दयिष्यामि VII. 27.20c देवतानामपि भवान् III. 38.9c
__, स्मृतम् II. 34.52b देवतानामभूद्भयम् I. 63.16b देवतानामवध्येन VII. I.24c देवतानामिदं प्रियम् I. 37.12d देवतानामिवाज्ञया III. 28.23d
। देवतानां च रक्षसाम् I. 15.13b
,, च शाश्वत VII. I0.Igd ,, न संशयः IV. 8.2b ,, पतिं दृष्ट्वा V. I.135c
परां गतिम् I. 57.12b पितामहः I. 75.15d पितृणां च II. 28.14a
" ,, ,, 75.46a प्रतिज्ञाय I. 37.12a बलं सर्वम् VII. 29.I7c भयं दृष्ट्वा I. 45.25c महात्मनाम् VI. I08.29d वचः श्रुत्वा I. 36.12a
, , , 37.5a " " , ".40.la " , , , 63.17c ,, सकाशं च V. 58.144c , समुद्योगः VII. I3.Igc , सुरूपाणाम् VI. 22.22i
हितार्थाय VI. 94.32a देवताभिः समा रूपे I. 77.28e देवताभ्यर्चनार्थाय II. 67.27c देवताभ्यो वर प्राप्य I. I.86a देवताः परितोषिताः VI. II9.22d | देवता प्रतिभासि मे III. 46.28b
, , ,, V. 33.6d ,, मानुषा यक्षाः VII. 16.38a देवतामिव खाव्युताम् VII. 49.4b
, नन्दने V. 30.2b
, पश्यसि II. 9I.21b देवतायतनान्याशु I. 77.13a. देवतायतनेषु च II. 6.IIb देवतार्चाः प्रविद्वाश्च II. 7I.40b देवतार्थे च पित्रर्थे II. I00.55a देवतां वरवर्णिनीम् II. 20.I9d
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