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________________ पूर्वाचार्य विरचित प्रश्नव्याकरणाख्य जयपायड निमित्तशास्त्र ( प्रथमावृत्ति - संस्कृतव्याख्योपेत मूल प्राकृत ग्रन्थ ) जेसलमेरुदुर्गस्थ - प्राचीनजैनग्रन्थभाण्डागारोपलब्ध ताडपत्रीय पुस्तकानुसार संपादनकर्ता आचार्य, जिन विजय मुनि अधिष्ठाता, सिंघी जैनशास्त्र शिक्षापीठ ऑनररी मेंबर - जर्मन ओरिएण्टल सोसाईटी, जर्मनी; भाण्डारकर ओरिएण्टल रिसर्च इन्स्टीट्यूट पूना, (दक्षिण); गुजरात साहित्यसभा, अहमदाबाद (गुजरात); विश्वेश्वरानन्द वैदिक शोध प्रतिष्ठान, होसियारपुर ( पआब ) ऑनररी डायरेक्टर राजस्थान ओरिएण्टल रिसर्च इन्स्टीट्यूट, जोधपुर (राजस्थान ) निवृत्त ऑनररि डायरेक्टर- भारतीय विद्याभवन, बम्बई विक्रमाब्द २०१४] ... प्रकाशनकर्ता • अधिष्ठाता, सिंघी जैन शास्त्र शिक्षा पीठ भारतीय विद्या भवन, बम्बई प्रथमावृत्ति - ५०० प्रति [ ख्रिस्ताब्द १९५८ सर्वाधिकार सुरक्षित [ मूल्य रू० ६) ६० ग्रन्थांक ४३ ] Jain Education International dut For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002779
Book TitleJaypayada Nimmitashastra
Original Sutra AuthorPurvacharya
AuthorJinvijay
PublisherSinghi Jain Shastra Shiksha Pith Mumbai
Publication Year1958
Total Pages112
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & Jyotish
File Size8 MB
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