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________________ २८० अमरसेणचरिउ ५।२२।५ ५।२२५ कुसुमावलि ३।१।१२ ६१८१५-६ ६५।१० १।२।८ ११५१ २।२।११ ७।६।१२ ७३३ कुसुमलया कुसुमावलि की बहिन-कुसुमलता। मालिन कुसुमलता की बहिन । कंचणपुर __भरतक्षेत्र का एक नगर । अमरसेन यहाँ के राजा थे। कंचणमाला राजा जितशत्रु की रानी। खग्गगिरि विजया पर्वत । खेमकित्ति क्षेमकीत्ति खेमाही चौधरी महणा की पत्नी। गजपुर कुरुदेश का नगर-हस्तिनापुर । गयउर गजपुर। गयवर गजपुर। गोयम गौतम-गणधर । घणवाहणु जयवर्मा और विनयादेवी का पुत्र । चारुदत्त वेश्यागामो एक प्राचीन पुरुष । चीमा चौधरी देवराज का पूर्वज । चुगना चौधरी महणा का तीसरा पुत्र । चेलण राजा श्रेणिक की रानो चेलना। चंदउरि चन्द्रपुरी नगरी । चंदोदय चन्द्रोदय नाम का एक पुरुष । छुट्टा चौधरी महणा का चौथा पुत्र । जयवम्मु विजयार्ध पर्वत की दक्षिण श्रेणी का राज-जयवर्मा। जयावइ राजा वज्रसेन की रानी-जयावती। मंगलावती देश का राजा-जितशत्रु । जंवूदीव जम्बूद्वीप। झाडू चौधरी महणा का दूसरा पुत्र । नील नाम का राजा। तिजयभूसणु त्रिलोकमण्डन हाथी। तिहुवणचंदु श्रेष्ठ ऋषि त्रिभुवनचन्द्र । दलबट्टणु कलिंग देश का एक नगर । दिउचंदही करमचन्द की पत्नी। दिउराज ग्रन्थ प्रेरक चौधरी देवराज । १।२।१ ६।५।१०-११ ३।१३।२ ११४५ १।५।१६ १२९८ ७।६।३ ७२ १।५।१८ जितसत्तु ६।५।१० ६।४।३-४ ६।८।५-६ १९३ १।५।१४ ७८।२ णीलु ७१ ६।११।२ २।२।६ १।४।१४ १।५।११ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002769
Book TitleAmarsenchariu
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManikkraj Pandit, Kasturchandra Jain
PublisherBharat Varshiya Anekant Vidwat Parishad
Publication Year1991
Total Pages300
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Story, & Literature
File Size12 MB
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