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समता मूर्ति विश्वप्रेम प्रचारिका जैन कोकिला, स्व. प्रवर्तिनी महोदया श्री विचक्षणश्रीजी म.सा.
REASE
सहज स्वभाव सुनिर्मल पावन
जीवन पवित्र गंगा सी धारा। हे गुरुवर्या तुज चरण-कमल में
कोटि-कोटि हो नमन हमारा॥
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