________________ ('शतावधान क्या है ?') सुनी हुई, देखी हुई तथा पढ़ी हुई वस्तु को स्मृति में सुरक्षित रखकर समयपर पुनरावर्तन करने का नाम अवधान है। सौ वस्तुओं को एक साथ याद रखकर उन्हें क्रमशः प्रकट कर देना ‘शतावधान' कहलाता है। भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से अवधान' का महत्त्वपूर्ण स्थान रहा है, इसके द्वारा हमारे प्राचीन साहित्य की अमूल्य निधि सुरक्षित रही है। संयम, साधना तथा एकाग्रता ता ज्वलंत उदाहरण अवधान के द्वारा प्रकट होता है। इसका प्रयोग चमत्कारी है, किन्तु वह चमत्कार हमें आत्मशक्तिओं के विकास की ओर प्रेरित करता है, तथा साधना में श्रद्धा एवं निष्ठा को जगाता है। Jain Education Internation@rivate & Personal Usevenly.jainelibrary.org