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उत्तरा फाल्गुनी के विभिन्न चरणों में बुध
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में बुध की स्थिति जातक को वाणिज्य-व्यवसाय एवं वित्तीय विषयों में विशेषज्ञ बनाती है।
प्रथम चरण: यहाँ बुध जातक को वित्तीय लेखा-जोखा रखने में । कुशलता प्रदान करती है। उसकी ज्योतिष शास्त्र एवं खगोल शास्त्र में भी रुचि होती है।
द्वितीय चरणः यहाँ भी बुध जातक को लेखापाल अथवा वित्तीय-विशेषज्ञ बनाता है। धार्मिक विषयों में भी उसकी रुचि होती है। जातक लेखन में भी प्रवृत्त होता है।
- तृतीय चरणः यहाँ बुध जातक को विद्वान, उदार व सद्गुणी बनाता है। . चतुर्थ चरण: यहाँ भी बुध जातक को वित्तीय विषयों का विशेषज्ञ बनाता है। धार्मिक विषयों में, ज्योतिष शास्त्र में उसकी रुचि होती है। प्रौढ़ावस्था में वह अपना स्वतंत्र कार्य शुरू करता है।
उत्तरा फाल्गुनी स्थित बुध पर विभिन्न ग्रहों की दृष्टि
सूर्य की दृष्टि जातक को शासन से लाभ दिलवाती है। चंद्र की दृष्टि उसे योग्य प्रशासक बनाती है। मंगल की दृष्टि का सामान्य फल मिलता है।
गुरु की दृष्टि जातक को विद्वान, वित्तीय विषयों का विशेषज्ञ और धनी बनाती है।
शुक्र की दृष्टि के फलस्वरूप पारिवारिक जीवन अशांत रहता है।
शनि की दृष्टि शुभ फल देती है। जातक अपने सद्व्यवहार के कारण लोकप्रिय होता है। सर्वत्र आदर पाता है।
उत्तरा फाल्गुनी के विभिन्न चरणों में गुरु
उत्तरा फाल्गुनी के चतुर्थ चरण में गुरु विशेष फल देता है। प्रथम चरण: यहाँ गुरु जातक को सटोरिया बना देता है।
द्वितीय चरण: यहाँ गुरु जातक को लेखन के क्षेत्र में सफल बनाता है। साहित्य में उसकी विशेष रुचि होती है।
तृतीय चरणः यहाँ गुरु सामान्य फल देता है।
चतुर्थ चरण: यहाँ गुरु शुभ फल देता है। राजनीति के क्षेत्र में जातक प्रतिष्ठित पद प्राप्त करता है। वह यशस्वी और प्रसिद्ध भी होता है। उसके अच्छी संतान होती है। ज्योतिष-कौमुदी : (खंड-1) नक्षत्र-विचार ।। 140
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