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प्राकृत एवं जैनविद्या : शोध-सन्दर्भ
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आचार्य हेमचन्द्र और उनका काव्यानुशासन : एक समीक्षात्मक अध्ययन मेरठ, 1995, अप्रकाशित नि०- डा० राम किशोर शर्मा, मेरठ
प्राध्यापक-संस्कृत, एन० ए० एस० कालेज, मेरठ (उ०प्र०) 209. पाण्डेय, विवेक
वस्तुपाल की कृतियों का समीक्षात्मक अध्ययन : नरनारायणानन्द महाकाव्य के विशेष सन्दर्भ में वाराणसी, 1996, अप्रकाशित
नि०- डा० सुदर्शन लाल जैन, वाराणसी 210. पाण्डेय, विष्णु
धनपाल कृत तिलकमंजरी के गद्य का भाषातात्त्विक अनुशीलन दरभंगा, 2000, अप्रकाशित
नि०- डा० उदयशंकर पाण्डेय संस्कृत विभाग, का० संस्कृत वि० वि०, दरभंगा 211. पाराशर, अशोक
हरिचन्द्र की कृतियों का सांस्कृतिक अध्ययन
राजस्थान, 1983, अप्रकाशित 212. Pungaliya, Gulabchand Kesharchand
Critical study of Hemachandracharya's yogasastra Poona. 1997, Unpublished
Sub.- Dr. Saroja Bhate. Depa. of Sans. 213. पूर्णचन्द्र
पुरुदेव चम्पू का समीक्षात्मक अध्ययन मेरठ, 1982, अप्रकाशित नि०- डा० कैलाश चन्द्र जैन, सहारनपुर (उ०प्र०) संस्कृत विभाग, जे० वी० जैन कॉलेज, सहारनपुर (उ०प्र०)
214. फातिमा, अनीस (कु०)
जैन आचार्यों का रूपक साहित्य आगरा, 1990, अप्रकाशित
नि०- डा० सन्तोष शर्मा, फिरोजाबाद (उ०प्र०) 215. रंजना शास्त्री, (ब्रह्मचारिणी)
चतुर्विंशतिजिनस्तवन परम्परा और स्वयंभूस्तोत्र : एक अनुशीलन सागर, 1992, अप्रकाशित,
नि०- डा० भागचंद जैन भागेन्दु Jain Education Internațional
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