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Bibliography of Prakrit and Jaina Research
878. Sharan, Seva Kumari
A Comparative and Critical study of the Ethics of Buddhism, Jainism and Bhagawat-Gita,
Bihar, 1967, Unpublished. 879. Shaha, S. M.
The Dialectic of Knowledge and Reality Poona, 1980, Published Deptt. of Sanskrit & Prakrit, University of Poona, Pune (Maharashtra) Pin-411007 Pub.- Eastern Book Linkers, Delhi First : 1987/200.00/8+278 Chap.- (1) Introduction (2) Kundakunda's Dialectic of Twofold Standpoint and Reality (3) Nagarjuna's Dialectic of Twofold Standpoint and Reality (4) Gandpoda's Dialectic of Twofold Standpoint and Reality (5) Sankara's Dialectic of Twofold Standpoint and Reality
(6) Conclusion. 880. शुक्ल, कृपाशंकर
गोस्वामी तुलसीदास पर आगमों का प्रभाव लखनऊ, 1977, अप्रकाशित
नि०- डा० हरेकृष्ण अवस्थी 881. सराफ, अंजलि
(लघु प्रबन्ध) जैन एवं विशिष्ट अद्वैत दर्शन में जीव का तुलनात्मक अध्ययन इन्दौर, 1997, अप्रकाशित नि०- डा० वैजामिन खान एवं डा० सतवीर भाटिया, दर्शन विभाग, क्रिश्चियन कालेज, इन्दौर
C/o सचिन सराफ, 24 साउथराज मौहल्ला, गिफ्ट हाउस, इन्दौर-452002 882. साध्वी, श्री मन्जू
जैन दर्शन और कबीर : एक तुलनात्मक अध्ययन पूना, 1990, प्रकाशित नि०- डा० केशव प्रथमवीर, अध्यक्ष हिन्दी विभाग, पूना वि० वि०, पूना पंजाब श्वेताम्बर जैन स्थानकवासी संघ की साध्वी
जैन स्थानक भवन, आदिनाथ सोसायटी, पुणे-37 प्रका०- आदित्य प्रकाशन, नई दिल्ली प्रथम : 1992/450.00/16 + 456 अ०- (1) जैन परम्परा के विकास की संक्षिप्त रूपरेखा एवं कबीर कालीन परिस्थितियाँ, (2) जैन दर्शन की तात्त्विक मीमांसा और कबीर, (3) जैन साधना पद्धति और कबीर, (4) जैन श्रावकाचार और कबीर, (5) जैन श्रमणाचार और कबीर, (6) उपसंहार, परिशिष्ट ।
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