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Bibliography of Prakrit and Jaina Research
511. Shastri, Indra Chandra
Epistomology of the Jaina Agamas. Varanasi, 1952, Published. (P.V.R.I. से 1990 में Jain Epistomology नाम से प्रकाशित) (डा० शास्त्री की स्मृति में भारत सरकार ने 27-5-2004 को 5 रु. मूल्य का डाक टिकट जारी किया है)
512. Shah, Vinabem (Smt)
The Critical edition of Acharanga Churni
Gujrat (L.D. Institute), 1985,.............. 513. Shah, Suman Pravinchandra
Theory of Karma in Jaina Agamas.
Mumbai, 1983, Unpublished. 514. संघवे, एच० पी०
विशेषावश्यक भाष्य का दार्शनिक अध्ययन वाराणसी, 1973, अप्रकाशित
अध्यक्ष अर्धमागधी विभाग, सोलापुर महाविद्यालय, सोलापुर (महाराष्ट्र) 515. समणी, अमित प्रज्ञा
उत्तराध्ययन सूत्र का शैली वैज्ञानिक अध्ययन लाडनूं, 2002, अप्रकाशित
नि०- डा० हरि शंकर पाण्डेय 516. समणी, कुसुमा प्रज्ञा (कुसुम लता जैन)
सामयिकनियुक्ति : पाठ सम्पादन एवं परिशीलन लाडनूं, 1998, अप्रकाशित नि०- डा० नथमल टांटिया, प्राकृत एवं जैन आगम विभाग, जै० वि० भा०, लाडनूं (राज०)
517. समणी, चैतन्य प्रज्ञा (चन्दा जैन)
भगवती में अध्यात्म और विज्ञान के कुछ तत्त्व लाडनूं, 1998 अप्रकाशित नि०- डा० बी० बी० रायनाडे, जैनोलोजी विभाग, जै० वि० भा०, लाडनूं (राज०)
518. समणी, मंगल प्रज्ञा
जैन आगमों के दार्शनिक चिन्तन का वैशिष्ट्य लाडनूं, 2002, अप्रकाशित
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