________________
कृति
- आस्रव त्रिभङ्गी प्रणेता - आचार्य श्री श्रुतमुनि अनुवादक-संपादक - ब्र.विनोद कुमार जैन "पपौरा"
ब्र. अनिल कुमार जैन "जबलपुर" अक्षर संयोजन - राजेश कोष्टा 47, गढ़ा बाजार, जबलपुर प्रथम संस्करण - 1000 प्रतियाँ
वीर निर्माण संवत् 2529 मूल्य - स्वाध्याय
प्राप्तिस्थल
1. ब्र. विनोद कुमार जैन
श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र पपौरा जी, जिला- टीकमगढ़ (म.प्र.)
2 श्रीसनत जैन
श्री केसरी लाल कस्तूरचंद गंगवाल नयापारा,रायपुर (छ.ग.)
3. ब्र.जिनेश जैन/ब्र. अनिल जैन
श्री वर्णी दिगम्बर जैन गुरुकुल पिसनहारी की मढ़िया, जबलपुर (म.प्र.)
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org