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अनुक्रमणिका
पाठ संख्या
पृष्ठ संख्या
विषय द्वितीय- आरम्भिक प्रथम- आरम्भिक मंगलाचरण समणसुत्तं उत्तराध्ययन
वज्जालग्ग
अष्टपाहुड कार्तिकेयानुप्रेक्षा दसरहपव्वज्जा रामनिग्गमण-भरहरज्जविहाणं अमंगलियपुरिसस्स कहा विउसीए पुत्तबहूए कहाणगं कस्सेसा भज्जा
102 ससुरगेहवासीणं चउजामायराणं कहा 108 कुम्मे
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