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एवं
अव्यय
मंतिणा
विवाए
भग्गे
इस प्रकार मंत्री द्वारा विवाद नष्ट किये जाने पर चौथे वर के साथ कुरुचन्द नामवाले
चउत्थेण
(मंति) 3/1 (विवाअ) 7/1 (भग्ग) भूक 7/1 अनि (चउत्थ) 3/1 वि (वर) 3/1 [(कुरुचन्द) + (अभिहाणेण)] [कुरुचन्द)-(अभिहाण) 3/1] (ता) 1/1 स (परिणी) भूकृ 1/1
वरेण कुरुचंदाभिहाणेण
वह
सा परिणीआ
परणी गई
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प्राकृत गद्य-पद्य सौरभ
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