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२०. महावीरचरितम् .
१६१-१६४ २१. वीर-चरित्र (जय भववण०)
१६५-१६६ २२. चतुर्विंशति-जिन-स्तुतयः (मरुदेविनाभितणयं०)
१६७-१७५ २३. चतुर्विंशति-जिन-स्तोत्राणि (भीमभव०)
१७६-१८९ २४. नंदीश्वर-चैत्य-स्तव
१९०-१९२ २५. सर्वजिन-पञ्चकल्याणक-स्तोत्रम् (सम्म नमिऊण) १९३-१९५ २६. सर्वजिन-पञ्च-कल्याणक-स्तोत्रम् (पणयसुर०) २७. महाभक्तिगर्भा सर्वज्ञविज्ञप्तिका (लोयालोय०)
१९७-२०० २८. प्रथम-जिन-स्तवनम् (सयलभुवणिक्क०)
२०१-२०५ २९. लघु-अजित-शान्ति-स्तवनम्
२०६-२०८ ३०. स्तम्भन-पार्श्वजिन-स्तोत्रम् (सिरिभवण०) ३१. क्षुद्रोपद्रवहरपार्श्वजिन-स्तोत्रम् (नमिरसुरासुर०)
२१०-२११ ३२. महावीर-विज्ञप्तिका (सुरनरवर०)
२१२-२१३ ३३. महावीरस्वामिस्तोत्रम् (भावारिवारण-स्तोत्र)
२१४-२१९ ३४. सर्वजिनेश्वरस्तोत्रम् (प्रीतिप्रसन्न०)
२२०-२२२ ३५. पञ्चकल्याणकस्तोत्रम् (प्रीतिद्वात्रिंश०)
२२३-२२५ ३६. कल्याणकस्तोत्रम् (पुरन्दरपुर०)
२२६ ३७. पार्श्वनाथ-स्तोत्रम् (नमस्यद्गीर्वाण०)
२२७-२३२ ३८. पार्श्वनाथस्तोत्रम् (पायात्पार्श्व०)
२३३-२३४ ३९. पार्श्वनाथस्तोत्रम् (देवाधीश०)
२३५-२३६ ४०. स्तम्भन-पार्श्वनाथ-स्तोत्रम् (समुद्यन्तो०)
२३७-२४१ ४१. स्तम्भन-पार्श्वनाथ-स्तोत्रम् (विनयविनमद्०)
२४२-२४४ ४२. स्तम्भन-पार्श्वनाथ-स्तोत्रम् चित्रकाव्यात्मकम् (शक्तिशूलेषु०) २४५ ४३. स्तम्भन-पार्श्वनाथ-स्तोत्रम् चक्राष्टकम् (चक्रे यस्य नतिः) २४६-२४७ ४४. सरस्वती-स्तोत्रम् (सरभसलसद्०)
२४८-२५२ ४५. नवकार-स्तोत्रम् (किं किं कप्पतरु०)
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