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जिनवल्लभसूरि-ग्रन्थावलि
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(प्रश्नोत्तरैकषष्टिः पद्य ६१)
( 17 )]
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( 18 )
(प्रश्नोत्तरैकषष्टि० पद्य ६३)
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(प्रश्नोत्तरैकषष्टिः पद्य ६९)
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( 20 ) (प्रश्नोत्तरेकषष्टिः पद्य ७१)
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