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________________ मुद्दा अन्तर्दशा __ मुद्दा अन्तर्दशा निकालने का यह नियम है कि जिस ग्रह की दशा में अन्तर निकालना हो उस ग्रह की दशा को निम्नलिखित ध्रुवांकों से गुणा कर देना चाहिए । गुणा करने पर जो गुणनफल आवे उसमें ६० से भाग देने पर अन्तर्दशा के दिनादि होते हैं। ध्रुवांक सूर्य = ४, चन्द्र = ८, भौम =५, बुध =७, गुरु = १०, शुक्र -६, शनि = ९, राहु =५, केतु =६ उदाहरण सूर्य की अन्तर्दशा निकालनी है, अतः सूर्य मुद्दा की दिन संख्या १८ को उसके ध्रुवांक ४ से गुणा किया । गुणनफल में ६० का भाग दिया तो १८४४ =७२; ७२ : ६० = १ दिन, शेष १२ इसमें ६० से गुणा किया और ६० का भाग दिया-१२४६० =७२० घटियाँ, ७२० ६० = १२ घटी। सूर्य की मुद्दादशा में सूर्यान्तर्दशा १।१२ दिन, घटी हुई। सुविधा के लिए यहाँ समस्त ग्रहों की अन्तर्दशा लिखी जाती है । मुद्दादशान्तर्गत सूर्यान्तर्दशाचक्र | सू. | चं. । भौ. | रा. गु. | श. | बु. के. शु. ग्रहदशा ४८ । घटी मुद्दादशान्तर्गत चन्द्रान्तदंशाचक्र रा. | गु. श. बु. के. शु. | चं. | भौ. सू. ग्रहदशा मुद्दादशान्तर्गत भौमान्तर्दशाचक्र भौ. । रा. । गु. । श. | बु. । के. । शु. | सू. | चं. ग्रहदशा दिन । २७ । २४ ४८ । घटी | - - चतुर्थ अध्याय ४४१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002676
Book TitleBharatiya Jyotish
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNemichandra Shastri
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year1981
Total Pages562
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Jyotish
File Size22 MB
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