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श्रीजिनभद्रगणिक्षमाश्रमणविरचितं
विशेषावश्यकभाष्यं
स्वोपनवृत्तिसहितम् ।
प्रथमो भागः
संपादक
पण्डित दलसुख मालवणिया
नम्र सूचन इस ग्रन्थ के अभ्यास का कार्य पूर्ण होते ही नियत
समयावधि में शीघ्र वापस करने की कृपा करें. जिससे अन्य वाचकगण इसका उपयोग कर सकें
खामाद
महाबाद:
प्रकाशक
लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्यामंदिर
अमदाबाद-९
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