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अनन्तलब्धिनिधानाय श्रीगौतमस्वामिने नमः॥ चरमतीर्थपतिश्रीमहावीराय नमः ॥ आगमप्रणेतृश्रीसुधर्मस्वामिने नमः॥ अचलगच्छेश-जङ्गमयुगप्रधान-परम पूज्याचार्य-श्रीआर्यरक्षित-जयसिंह-महेन्द्रप्रभ-मेरुतुङ्ग-धर्ममूर्ति-कल्याण
गौतमसागर-सरीश्वरेभ्यो नमो नमः॥
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॥ श्री आगम-गुण-मञ्जूषा ॥ ||श्री भागभ गुरा ठूषा| 11 Šrī Āgama Guņa Mañjūşā 11
(सचित्र)
प्रेरक-संपादक:अचलगच्छाधिपति प.पू.आ.भ. स्व. श्रीगुणसागर सूरीश्वरजी म.सा.।
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प्रकाशक: श्री जिन-गोयम-गुण-सर्वोदय ट्रस्ट
अमरावती, मुंबई वि. सं. २०५५
वी. स. २५२५
ई.स. १९९९
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