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________________ ORO5555555555 २ क पुफियाण बहुपुत्तिया, ५ पुन्नभद्दे 55959599FOUNory 5555555555555555555555555555555555 र अब्भणुण्णाया सुव्वयाणं अज्जाणं अंलिए 0 पव्वइत्तए तए णं से रट्टकूडे सोमं माहणिं एवं वयासी-मा णं तुम देवाणुप्पिए इयाणिं मुंडा भवित्ता ० पव्वयाहि भुंजाहि ताव देवाणुप्पिए मए सद्धिं विउलाई भोगभोगाई तओ पच्छा भुत्तभोई सुव्वयाणं अज्जाणं अंतिए 0 पव्वयाहि तए णं सा सोमा माहणी रट्टकूडस्स एयमट्ठ पडिसुणेइ तए णं है 卐 सा सोमा माहणी ग्रहाया जाव अप्पमहग्धाभरणालंकियसरीरा चोडि-वरचकूकवालपरिकिण्णा साओ गिहाओ पडिनिक्खमइ पडिनिक्खमित्ता विभेलं सण्णिवेसं ' मज्झंमज्झेणं जेणेव सुव्वयाणं अज्जाणं उवस्सए तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता सुव्वयाओ अज्जाओ वंदइ नमसइ पज्जुवासइ तए णं ताओ सुब्बयाओ अज्जाओ सोमाए माहणीए विचित्तं केवलिपन्नत्तं धम्म परिकहेति-जहा जीवा बझंति जहा जीवा मुच्चंति तए ण सा सोमा माहणी सुव्वयाणं अज्जाणं अंतिए दुवालसविहं सावगधम्म पड़िवज़ुइ पडिवज्जित्ता सुब्बयाओ अज्जाओ वंदइ जाव नमंसित्ता जामेव दिसिं पाउब्भूया तामेव दिसि पडिगया तए णं सा सोमा माहणी समणोवासिया ॥ जाया-अभिगयजीवाजीवा जाव अप्पाणं भावमाणी विहरइ तए णं लाओ सुव्वयाओ अज्जाओ. अण्णया कयाइ विभेलाओ सण्णिवेसाओ पडिनिक्खमंति पडिनिक्खमित्ता बहिया जणवयबिहार विहरंति तए णं ताओ सुव्वयाओ अज्जाओ अण्णया कयाइ पुव्वाणुपुव्विं चरमाणीओ जाव विहरंति तए णं सा सोमा माहणी इमीसे कहाए लट्ठा समाणी हट्ठा बहाया तहेव निग्गया जाव वंदइ नमसइ वंदित्ता नमसित्ता धम्म सोच्चा जाव जं नवरंरदृकूडं आपुच्छामि तए णं पचयामि अहासुहं के तए णं सा सोमा माहणी सुव्वयाओ अज्जाओ वंदइ जाव जेणेव सए गिहे जेणेव रट्ठकूड़े तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता करयलपरिम्गहिया तहेव आपुच्छइ जाव ' पव्वइत्तए अहासुहं देवाणुप्पिए मा पडिबंध ते णं से रहकूडे विउलं असणं तहेव जहा पुव्वभवे सुभद्दा जाव अज्जा जाया इरियासमिया जाव गुत्तेबंभयारिणी तए णं सा । सोमा अज्जा सुखयाणं अजाणं अंतिए सामाझ्यमाझ्याइं एक्कारस अंगाई अहिजइ अहिज्जित्ता बहूहिं छठ्ठठ्ठमदसम-दुवालसेहिं जाव भावेमाणी बहूई वासाई सामण्णपरियागं पाउणइ पाउणित्ता मासियाए सलेहणाए अत्ताणं झोसेत्ता सहि भत्ताई अणसणाए छेइत्ता आलोइय-पडिक्कंता समाहिपत्ता कालमासे कालं किच्चा सक्कस्स देविंदस्स देवरपणो सामाणियदेवत्ताए उववजिहिइ तत्थ णं अत्थेगझ्याणं देवाणं दो सागरोवमाई ठिई पन्नत्ता तत्थ णं सोमस्सवि देवस्स दो सागरोवमाई ठिई पन्नत्ता से णं भंते सोमे देवताओ देवलोगओ आउक्खएणं भवक्खए ठिइक्खएणं चयं चइता कहिंगच्छिहिइ कहिं उववज्जिहिइगोयमा महाविदेहे वासेजाव अंत काहिइ एवं खलु जंबू समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं पुफियाणां चन्थस्स अज्झयणस्स अयमढे पळते त्ति बेमि ।४।-४ पंचम अज्झयाण-- पुन्नभद्दे ★★★९) जइणं भंदे समणेणं भगवया महावीरेणं उक्खेवओक एवं खलु जंबू तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे नाम नवरे गुणसिलए चेइए सेणिए राया सामी समोसरिए परिसा निग्गया तेण कालेणं तेणं समएणं पुन्नभद्दे देवे सोहम्मे कप्पे पुन्नभद्दे विमाणे समापसुहम्माएं पुन्नमसि सीहासणसिचउहिंसामाणियसाहसीहिक जहा सूरियाभे जाव बत्तीसइविहं नट्टविहिं उक्दंसित्ता जाव जामेव दिसिं पाउब्भूए तामेव दिसिं पडिगए कूडागारसालापुध्वम्भवपुच्छा एवं खलु गोयमा तेणं कालेणं तेणं समएणं इहेव जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे मणिवझ्या नाम नयरी होत्था-रिद्धस्थिमिय-समिद्धा चंदोतारायाण चेइए तत्थ प्पा म्मणिवइयाए नयरीए पुन्नभद्दे नाम गाहावई परिवसईअड्ढे तेणं कालेणं तेणं समएणं थेरा भगवंतोजाइसंपन्ना जावजीवियास-मरणभय-विषमुक्का बहुस्सुया बहुपरियारा पुव्वाणुपुब्विं चरमाणा जाव समोसढा परिसा निग्गया तए णं से पुन्नभद्दे गाहावई इमीसे कहाए लद्धटेसमाणे हट्ठतुढे जाव जहा पन्नत्तीए गंगदते तहेव निग्गच्छइ जाव निक्खंतो जाव गुत्तबंभयारी तए णं से पुन्नभद्दे अणगारे तहारुवाणं शेराणं भगवंताणं अंतिए सामाइयमाझ्याई एक्कारस अंगाई अहिज्जइ अहिज्जित्ता बहूहिं चउत्थ-चट्ठट्ठम-दसम-दुवालसेहिं जाव भावित्ता बहूई कासाई सामण्णपस्यिाम पाउणइ पाउणित्ता मासियाए संलेहणाए अप्पाणं झोसेत्ता सट्ठि भत्ताइं अणसणाए छेदित्ता आलोइय-पडिक्कंते समाहिपत्ते कालमासे है कालं किच्चा सोहम्मे कप्पे पुनभद्दे विमाणे उववायसभाए देवसयणिज्जंसि जाव भासमणपज्जत्तीए पज्जत्तभावं गए एवं खलु गोयमा पुन्नभद्दे देवेणं सा दिव्वा देविड्ढी ई जाव अभिसमण्णागया पुन्नमद्दस्स देवस्स दो सागरोवमाई ठिई पन्नत्ता पुन्नभद्दे देवे ताओ देवलोगाओ ० महाविदेहे वासे सिज्झिहिइ जाव अंतं काहिए एवं खलु जंबू , 5 5555555555555555555555GIOR 5555555555555 555555 ### 99 . 59 श्री आगमगुणस्नुषा १२७८ 545 5 55555$$OOK
SR No.002601
Book TitleAgam Guna Manjusha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGunsagarsuri
PublisherJina Goyam Guna Sarvoday Trust Mumbai
Publication Year1999
Total Pages1868
LanguagePrakrit, Gujarati, Hindi, English
ClassificationBook_Devnagari, Agam, & Canon
File Size85 MB
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