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१८२ ] [ नियुक्तिसंग्रहः :: (१) आवश्यकनियुक्तिः
माणकरणं देसावगासियं नाम, देसावगासियस्स समणोवासएणं इमे पंच अइयारा जाणियव्या, तंजहा-आणवणप्पओगे पेसवणप्पओगे सद्दाणुवाए रूवाणुवाए बहिया
पुग्गलपक्खेवे ।। १० ॥ सूत्रम् ।। 5 पोसहोववासे चउबिहे पन्नत्ते, तंजहा-आहारपोसह
सरीरसकारपोसहे बंभचेरपोसहे अव्यावारपोसहे, पोसहोववासस्स समणोवासएणं इमे पंच अइयारा जाणियव्वा, तंजहा-अप्पडिलेहिय-दुप्पडिलेहिय-सिज्जासंथारए अप
मज्जिय-दुप्पमज्जिय-सिज्जासंथारए अप्पडिलेहिय-दुप्प10 डिलेहिय-उच्चारपासवणभूमीओअप्पमज्जिय-दुप्पमज्जिय
उच्चारपासवणभूमीओ पोसहोववासस्स सम्म अणणुपालणया ॥ ११ ॥ सूत्रम् ॥
अतिहिसंविभागो नाम नायागयाणं कप्पणिज्जाणं
अन्नपाणाईणं दवाणं देसकालसद्धासकारकमजुअं पराए 15 भत्तीए आयाणुग्गहबुद्धीए संजयाणं दाणं, अतिहिसं
विभागस्स समणोवासएणं इमे पंच अइयारा जाणियव्वा, तंजहा-सच्चित्तनिक्खेवणया सच्चित्तपिहणया कालाइक्कमे परववएसे मच्छरिया य ॥ १२ ॥ सूत्रम् ॥
इत्थं पुण समणोवासगधम्मे पंचाणुव्ययाइं तिन्नि गुण20 व्ययाई आवकहियाई, चत्तारि सिक्खावयाइं इत्तरियाई,
एयस्स पुणो समणोवासगधम्मस्स मूलवत्थु सम्मत्तं,
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