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अनुक्रमणिका
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प्रस्तावना
१. प्रतिपरिचय २. संशोधन
संक्षिप्त कथासार ४. प्रथम अवसर का कथासार ५. द्वितीय , "
००८
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ततीय
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१०८
७. चतुर्थ ८. श्रीवर्द्धमानसूरि की प्राकृत साहित्य को देन ९. मनोरमाकथा का उद्गमस्थल १०. ग्रन्थकार ११. ऋण स्वीकार व आभारदर्शन मगोरमा-कहा मूल १. सम्यक्त्वबीज नामक प्रथम अवसर १. मुद्गवाणिज्य दृष्टान्त २. नरकेसरी द्वारा कापालिक की सहायता ३. धनदेव कथानक ४. सोमवसुकथा ५. धनदेव-गुणवती पूर्वजन्म वृत्तान्त ६. पुण्यसार नृपकथा ७. अमृतमुखा स्थविरा का दृष्टान्त ८. कुलवती वृत्तान्त ९. अनक्खबहुल कुम्भकारकथा १०. मतिसागर दृष्टान्त ११. चन्दनबाला दृष्टान्त १२. औषधदान पर श्रीदत्तकथा १३. वस्त्रपात्रदान पर देवदत्तश्रेष्ठीकथा १४. मनोरथदत्तकथा १५. अविचारीनृप-निर्बुद्धिअमात्यकथा १६. वसतीदान पर सोमश्रेष्ठीकथा १७. सरस्वती का पूर्वभव तथा हंसप्रभकथा
१८. सोमश्रेष्ठी का क्षेमंकर भव १९. शील पर शीलवतीकथा २०. चन्द्रश्रीकथा २१. शील पर शीलसुन्दरीकथा २२. तपधर्म पर साहसमल्लचोर दृष्टान्त २३. सारणद्यूतकारकथा २४. भावना धर्म पर चन्दनश्रेष्ठीकथा
१०७ २५. गरगरभट्ट दृष्टान्त २६. दुगुल्लक चुण्णुल्लक दृष्टान्त
१११ २७. महासती-सतीकथा
११६ २८. दुग्गिला कहा
११६ २९. नरसीहकुमार पूर्वभव वृत्तान्त
१२२ " ३०. सुगुप्तमंत्रीकथा (लोहनमोहन धूर्तकथा) १२५ १ ३१. सुदर्शनाचार्य का वैराग्य कारण
३२. विद्युत्वेगकथा ३३. मलयवतीकथा
१३३ ७ ३४. सुदर्शनाचार्य का रुद्रदेवभव
१३७ द्वितीय अवसर २१ १. समुद्रदत्तकथा
१३९ २. राहुगुप्तकथा ३३ ३. शंका पर धनदेवकथा
१४७ ३५ ४. निष्कांक्षा पर सूरदेव दृष्टान्त
१४९ ५. विचिकित्सा पर सोम-सोमश्री पूर्वभव १५२
६. दुगंछा (जुगुप्सा) पर शुभकान्ता का उदाहरण १५७ ४२ ७. अमूढदृष्टि पर अर्हचन्द्र श्रावककथा ४७ ८. श्रीधर-शामला पूर्वभव ५२ ९. उपबहण पर जिनशेखर श्रेष्ठीकथा १०. वसुसार श्रेष्ठीकथा
१६८ ११. स्थीरिकरण पर आर्यआषाढ़कथा
१७० १२. वात्सल्य पर पंचनन्दिकथा
१७७ ६४ १३. प्रवचनप्रभावना पर आर्यखपुटकथा
१८० ७० १४. पुष्पपूजाफल पर श्रीदत्तकथा
१८३
१४५
१६१
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