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Jain Education International 2010_03
श्री अमर मुनि
श्री अमर मुनि जी श्री व स्था. जैन श्रमणसंघ के एक विद्वान् सन्त हैं। आप ओजस्वी वक्ता, कवि और मधुर गायक भी हैं। आपने भगवती सूत्र (चार भाग), स्थानांग सूत्र (दो भाग) आदि पर विस्तृत विवेचन लिखा है तथा सचित्र जैन आगम प्रकाशन की दिशा में आपने प्रथम साहसिक पहल की है।
अब तक सचित्र उत्तराध्ययन सूत्र ( हिन्दी-अंग्रेजी), सचित्र अन्तकृत्दशा सूत्र ( हिन्दी-अंग्रेजी) एवं सचित्र कल्पसूत्र छप चुके हैं।
इस सचित्र आगम माला के विद्वान् संपादक हैं-श्रीचन्द सुराना 'सरस'।
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SRI AMAR MUNI
Shri Amar Muni is a scholarly ascetic from Shri Shwetambar Sthanakvasi Jain Shraman Sangh. He is an accomplished orator, poet and singer. He has written detailed commentaries on Bhagavati Sutra (four volumes), Sthananga Sutra (two volumes) and many others. He is the one who is responsible for taking the bold initiative to launch the publication of the illustrated Agam literature.
Illustrated Uttaradhyayan Sutra (Hindi-English), illustrated Antakritdasha Sutra (Hindi-English) and illustrated Kalpa Sutra have already been published and received well.
The scholarly editor of this illustrated series is Srichand Surana 'Saras',
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