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नग्गोहमंडल
देहमि बेइदिय" संधणो विवाग
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नग्गोहमंडले देहम्मि
बेईदिय सथणो विधागं मेय संपण्णो
मेय
सपण्णो
एवं
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सय दसणस्त सम्मभि बाय सोय
तइ
मसुभ देवदुग दसण उवसत बधस्सस्तो हवति चरिममि थाणअबधा सेआ मिच्छाआ
इंसणस्त सम्मति बीय सोयं तह मसुभं देवदुर्ग दसण उवसंत बंधस्संती हवंति चरिमम्मि थीणअबंधा सेसा मिच्छाओ
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