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सव्वे सन्निपजत्ते, उरलं सुहुमे सभासु तं चउसु । बायरि सविउविदुगं, जसन्निस बार उवओगा ॥ ८ ॥ पजचउरिंदिअसन्निसु, दुदंस दुअनाण
दससु चरकुत्रिणा । सन्निअपज्जे मणनाणचक्खुकेवलदुगविहूणा ॥ ९ ॥ सन्निदुगि बलेस अपजबायरे पढम चउ ति सेसेसु । सत्तह बंधुदीरण, संतुदया यह तेरससु ॥ १० ॥ सत्तबेगबंधा, संतुदया सत्त अठ चत्तारि । सत्त 5 छ पंच दुगं, उदीरणा सन्निपज्जते ॥ ११ ॥ गइ इंदिए य काए, जोए वेए कसायनाणेसु ॥ संजमदंसणलेसा, भवसम्मे सन्निआहारे ॥ १२ ॥ सुरनरतिरिनिरयगई, इगबिअतिअचउपििद छक्काया भूजलजलणाऽनिलवणतसा य मणवयणतणुजोगा ॥ वेअ नरित्थिनपुंसा, कसाय कोहमयमायलोभति । मइसुयव हिमण केवलविभंगमइसानाणसागारा ॥ १४ ॥ सामाइअ बेा परिहारसुहुम यहखाय देस जय अजया चक्खु अचक्खु खोही, केवलदंसण अणागारा ॥१५॥
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