________________
पउमचरिउ
7 13 96, 17 11 10b; enl. अभि- अवरण्हय 5 2 4 अपराह्न enl. डियय 8 98.
अवरामुह° 4 9 8 अपराङ्मुख ? अमियालय 18 2 3 अमृतालय abode of V अवरुण्ड [ D. 1 11] (आ+श्लिष्); nectar, heaven.
-abs अवरुण्डेवि 10 12 3,14 5 1, 17 अमुणिय° 8 6 4 अज्ञात.
18 10b; p. p. अवरुण्डिय 57 11b. V अमेल see / आमेल्ल.
भवरेक °10 5 1, 12 1 4, 14 87, 14 भम्हारिस968 अस्मादृश.
12 1, 18 10 6 अपर+एक another
one. भरण (in सुण्णारण्ण) 5 4 2 अरण्य.
अवरोप्पर 372,677, 14 6 1 [Hc. अराइवक्ख 16 14 3 अराति-पक्ष.
IV 409] परस्परम्. भराय 1 2 8 अ-राग,
अवलक्खण 1926 अपलक्षण bad of chअरि 4 147
aracter. अरुह 2 69 अर्हत्. अरें 7 7 2, 8 8 8, 8 115, 9 10 8a
अवलम्वणिय 147 4 *अवलम्बनिका sort ___ अरे (G. अरे).
___of hanging ornament? अलजिय 83 4 अलज्जित.
अवलुय 20 11 4 gl. चित्तखेद (cf. D. 1 अलहन्त 1 4 2, 2 12 4, f. enl. अलह.
36 अवलुआ क्रोध). न्तिय 984 अलभमान.
V अवलोय [अव+लोक;
-pres. 3. S. अवलोयइ2 16 5; abs. अलिय'72 7, enl. 8 3 6 अलीक, .
अवलोऍवि 2 15 8, 3 6 10, 8 8 1; अलिउलय 1 13 9a अलि-कुल enl.
p. p. अवलोइय 4 9 5. मल्लल्ल 17 4 आद्रा.
अवसप्पिणि 1 12 90 अवसर्पिणी. /अल्लव [ cf. Hc. IV 39 अल्लिव ] अ अवसे 18 3 8 अवश्यम् give (cf. G. आलQ)
V अवहत्थ [अप+हस्त् ] forsake, push -pres. 3. S. अल्लव मि 13 3 10a.
aside; मल्लीण [ Hc. IV 54] 13 12 5, 14
-abl. अवहत्थेवि 1 4 1; p. p. अवह 3 11, 14 58 [आलीन ] आश्रित.
स्थिय 19 1b. Vभवयर [ अव+]
V अवहर [ अप+ह] -abs. अवयरवि 9 13 6; p. p. अवय
-abs. अवहरेंवि 5390, 9 10 1. रिय 3 9 1b, अवइण्ण 1 165.
अवहेरि 2 15 3, 18 11 1 अवधीरणा (ef. अवगुणकारिय 19 54 अवगुणकारिका
Mp. 16 25 14) भवगूढ 91496, 1744.
अवारें 525 [ from अ-बार ] within भवछपिणि 1 11 9a अवसर्पिणी.
no time, immediately (gl. gives अवतस [अप+त्रम् ] 'flee from in
STETT="side door, secret door?' terror' (mw.)
also] (cf. अवारिउ-तात्कालिक Mp. 9 -pres. 3. S. अवतसइ 8 11 9a.
25 13). अवतंस 13 12 7.
अविआणिअ 2079b? V अवमाण [अप+मान् ]
अविउल 2 12 1, अविओल 4 12 8 [D. -abs. अवमाणवि 167 8; p. p. enl. 7 63 विओल आविग्न ] अनुद्विग्न. अवमाणियय 16 1 9b.
अवियारे 5 8 3, 5 137 अविचारेण withभवरओह 14 3 10 [ अपरतीर्था ? ] tribu- out any further thought, imtary?
mediately.
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org