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पउमचरिउ
[क०५,४-५, ६, ३-९ गयवइ णिऍवि 'विरोल्लिय-णयणे हसिउ पहत्थु णवर दह-वयणें ॥४ 'हउँ जाणमि पचण्डु तम्वेरमु णवर विलासिणि-रूउं व मणोरमु ॥५ हउँ जाणमि गइन्द-कुम्भत्थलु णवर विलासिणि घण-थण-मण्डलु ॥ ६
जाणमि सु-विसाण अ-कलङ्कइँ णवर पसण्ण-कण्ण-ताडङ्कइँ ॥ ७ । हउँ जाणमि भमन्ति भमर-उलइँ णवर णिरन्तर-पेल्लिय-कुरुलइँ॥८
॥ घत्ता॥ जाणमि करि-खन्धारहणु अञ्चन्तु होइ भय-भासुरउँ । णवर पहत्थ मज्झु मणहों उवहई णवल्लु णाइँ सुरउ' ॥९
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"पुष्फ-विमाणहों ली] दसाणणु दिहुँ णियत्थु किउ केस-णिवन्धणु ॥१ लइय लट्ठि उग्घोसिउ कलयलु तूरइँ हयइँ पधाइउ मयगलु ॥२ अहिमुह धर्णय-पुरन्दर-वईरिहें वासारत्तु जेम विन्झईरिहें ॥३ मुक्खरें ताडिउ लक्कुंडि-घाएँ णावइ काल-मेहुँ दुवाएं ॥४
देइ ण देइ वेज्मु उरें जाहिँ विजुल-विलसिय-करणे" ताहिँ ॥५ Is पच्छले चडिउ धुणेवि भुर्व-डालिउ 'वुदवुर्दै' भणेवि खन्धे अप्फालिउ ॥ ६
जैवि पुणु वि करेणालिङ्गेवि सुविणा(?)दइउ जेम गउ लड्डेवि" ॥७ खणे गण्डयले ठाइ खणे कन्धरे खणे चउहुँ मि चलणहुँ अन्भन्तरें ॥८
|| घत्ता ॥ दीसइ णासइ विप्फुरई परिभमइ चउद्दिसु कुञ्जरहों। " चलु लक्खिजइ गयण-यले णं विजु-पुजु णव-जलहरहों ॥ ९ 4 s णियवि. 5 P विरोल्लेलिय', 5 विरिल्लियं, A विरल्लिय'. 6 A नवरि.7 P रयउ, S रउव, A रूउ. 8 This and the next line missing in A. 9 PS हउ. 10 P S गयंद. 11P S जाणवि. 12 PS ताडक्कइ. 13 A णवरि. 14 PS कुरलई. 15 P SA अञ्चंत. 16 P भासुरउं. 17 PS महु. 18 A उच्छहइ. 19 P A सुरउं.
6. 1 P पुष्प', S पुष्फ. 2A डीणु. 3 5 दिट. 4 P marginally 'णियंवु' पाठे, A णियंवु. 5 P A अहिमुहूं. 6 PS वहरिहें. 7 P विज्झइरिहें, S विझइरिहिं. 8 PS A पुक्खरि. 9 ? लकडि, लक्कडे. 10 P कालु मेहु. 11s विंझु. 12 A जावहिं. 13 A करणे. 14 A तावहिं. 15A भुअ. 16 A भुदभुद. 17 S जं थिउ, A जेभिउ. 18 P सुइणादइंउ, 5 सुयणादयउ. 19 PS लंधिवि, A निग्गेवि. 20 s चउमुह मि, A चउहुं मि. 21 PS चलणहु, चलणहं. 22 P विफुरइ. 23 A चउदिसु लविखजइ मणो(ह deleted)रहहो.
[५] १ गजपति. २ विस्फारित. ३ दन्त. ४ केशानि. ५ प्रहस्थु सेनापतिः. ६ प्रतिभासते. ...[६] १ सन्मुखम्. २ रावणस्य. ३ मेघः. ४ सुण्डि. ५ हस्ति-चालण-भाषा. ६ गले रागैः कृत्वा पीडितः, ७ वल्लभः.
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