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क० ९,६-११,१०,१-९] पञ्चमो संधि
४७ 'मइँ जेहउ केवल-संपण्ण एक्कु जि रिसहु देउ उप्पण्णउ ॥ ६ पइँ जेहउ छक्खण्डं-पहाणउँ भरहँ-णराहिउ एकु जि राणउँ ॥ ७ पइँ विणु दस होसन्ति णरेसर मइँ विणु वावीस वि तित्थङ्कर ॥ ८ णव वलएव णव जि णारायण हर एयारह णव जि दसाणण ॥ ९ अण्णु वि एकुणसहि पुराण' जिण-सासणे होसन्ति पहाण' ॥ १० ॥
॥ धत्ता॥ तोयदवाहणु ताम
भावें पुलउ वहन्तउ। दस-उत्तरेण सएण भरहुँ जेम णिक्खन्तउ ॥ ११
[१०] णिय-णन्दणहों णिहय-पडिवक्खहों लङ्का-णयरि दिण्ण महरक्खहों ॥ १- 10 वहवें कालें सासय-थाणहाँ अजिय-भडारउ गउ णिवाणहों ॥२ सयरहों सयल पिहिमि भुञ्जन्तहों रयण-णिहाण. परिपालन्तहों ॥ ३ सट्टि सहास हूय वर-पुत्तहुँ सयल-कला-विण्णाण-णिउत्तहुँ ॥ ४ एक-दिवसे जिण-भवण-णिवासहाँ वन्दण-हत्तिएँ गय कइलासंहों ॥ ५ भरह-कियइँ मणि-कञ्चण-माण चउवीस वि वन्देप्पिणु थाण. ॥६ 15 भणइ भईरहि सु१ वियक्ख] 'करहुँ किं पि जिण-भवणहुँ रक्खणु ॥७। कडेवि गङ्ग भमाडहुँ पासेंहिँ' तं जि समत्थिउ भाइ-सहासेंहि ॥८
॥ घत्ता
॥
दण्ड-रयणु परिचिन्तेवि पायालइरिहे णाई
खोणि खणन्तु भमाडिउ । वियड-उरत्थलु फाडिउ ॥ ९
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10 PS मइ. 11_PA संपण्णउं. 12 PA उप्पण्णउं. 13 PS पइ, A तई. 14 P छखंड. 15 P A पहाणउं. 16 s भरहु. 17 PA राणउं. 18 S पइ. 19 A इक्कुणसहि. 20 P पुराणइ. 21 PS जिणसासणि. 22 PS होहंति. 23 P S भरहो.
10. 1 PS अजिउ भडारहो. 2 A पिहिवि. 3 PS °णिहाणइ. 4 P °पुत्तह, 5 पुत्तहो, A पुत्तहं. 5s णिउत्तहु, A °निउत्तहं. 6 P वंदणभत्तिए. 7 A केलासहो. 8 s°कयइ.9s माणइ. 10 P गणइ, S ठाणई. 11 A भणई. 125 विभक्खणु. 13 PS करहु. 14 P °भवणहु,s भवणहो. 15 s रक्खणो. 16 P कढिवि, A कट्टेवि. 17 P भमाडहु, s भमाडहो. 18s पासेहि. 19 समच्छिउ. 20 P सहास हिं. 21 5 परिचिंतिवि, A परिविंधेवि. 22 A खमंतु. 23 P S पायालइरिहि णाइ.
[९] १ आगामिक. २ अतिकांता. [१०] १ भागीरथि. २ पातालगिरि.
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