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क० २, ९:३, १-१, ४,१-६]
पञ्चमो संधि
॥ धत्ता॥ चरविह-देव-णिकाएं आएं कलि-मल-रहियः ।। जिणु पवइउ तुरन्तु दसहि सहासहिँ सहियः ॥ ९
[३] थिउ छट्ठोववासें सुर-सारउ __ वम्हयत्त-घरे थक्कु भडारउ ॥१ ॥ रिसहु जेम पारणउँ करेप्पिणु चउदह संवच्छर विहरेप्पिणु ॥२ सुक्क-झा] आऊरिउ णिम्मलु पुणु उप्पण्णु णाणु तहाँ केवलु ॥ ३ अट्ठ वि पाडिहेर समसरणउँ जिह रिसहहों तिह देवागमणंउ ॥४ गंणहर णवइ लक्खु वर-साहुँहुँ ___वम्मह-मल्ल-णिसुम्भण-वाहुँहुँ ॥ ५ तहिँ जे कालें जियसत्तु-सहोयरु तियसञ्जयहों पुत्तु जयसायरु ॥ ६ ॥ जयसायरहों पुत्तू सुमणोहरु णामें सयरु सयल-चक्केसरु ।। ७ भरहु जेम सहुँ णवहिँ णिहाणहिँ रयणहि चउदह-विहहिँ-पहाणहिँ ॥ ८
॥ घत्ता॥ सयल-पिहिमि -परिपालु एक-दिवसें चर्दुलझें। जीउ व कम्म-वसेण
णि अवहरवि तुरङ्गे ॥९ ।।
[४] दुद्दे तुरङ्गमु चञ्चल-छायहों गयउ पणाविपच्छिम-भायहाँ ॥ १ पइसइ सुण्णारण्णु महाडइ जहिँ कलि-कालहों हियवउ पाडइ ॥२ दुक्खु दुक्खु हरि दमिउँ णरिन्दे णं मयरद्धउ परम-जिणिन्दै ॥ ३ . ताम महा-सरु दीसइ स-कमलु चल-वीईतरङ्ग-भर-जलु ॥४ तहिँ लय-मण्डवें उप्पल्लाणवि सलिलु पिएवि तुरङ्गमु पहाणेवि" ॥५ समु मेल्लइ वेत्तालहाँ जाहिँ तिलयकेस सम्पाइय ताहिँ ॥ ६ 25 PS रहिअउ. 26s इस. 27 सहसहि. 28 PS सहिउ.
3. 18 छट्टोववासि, A छट्टोववासें. 2 A वम्भयत्त०. 3 P A पारणउं. 4A °झणु. 5 Missing in s. 6 P corrected to समो', A समसरणउं. 7 P SA देवागमणउं. 8 5 °साहुहु. 9 PS मल्लु. 10 PS °वाहुहु. 11 PS तहि. 12 S A जि. 13 s A कालि. 14 A जयसायरुहो. 15 A समणोहरु. 16 P सयलु. 17 S सहु. 18 Pणवेहिं, णवहि. 19 P णिहाणेहि, s णिहाणहिं. 20 P रयणहि, S रयणेहिं. 21 P विहहें, 5 °विह हि. 22 PS पहाणेहि, A पहाणेहिं. 23 S A पिहित्रि. 24 P चडुलगें, A चडुल्लंगे. 25s जिंउ. 26 S अवहरिवि.
4. 1A दुट्ट. 2 P पणासवि, S पणासिवि. 3 A सुण्णारण. 4 PS जहि. 5 PS कालु वि. 6 A दमिउं. 7 8 भरेंदें, A नरिंदे. 8 5 °जिणेंदें. 9 PS °वीची. 10 PS तहि. 11 PS पहाएवि, A न्हाणिवि. 125 चेत्तालहो, A चेयालइ. 13 A तिलककेस. [४] १ यमः द्वौ वा. २ संध्यासमये.
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