________________
क० १२,४-९,१३,१-९] पढमो संधि सत्तम चारु-चक्खु चक्खुन्भर्ड तासु काले उप्पजइ विम्भउ ॥४ सहसा चन्द-दिवायर-दंसणे सयलु वि जणु आसङ्किउ णिय-मणे ॥५ 'अहों परमेसर कुलयर-सारा कोउहल्लै महु एउ भडारा' ॥६ तं णिसुणेवि णराहिउ घोसइ 'कम्म-भूमि लइ एवहिँ होसई ॥ ७ पुव-विदेहे तिलोआणन्दें" कहिउ आसि मैंहु परम-जिणिन्दें" ॥ ८ ॥
॥ घत्ता ॥ णव-सञ्झारुण-पल्लवहाँ तारायण-पुप्फहों। आयइँ चन्द-सूर-फलई अवसप्पिणि-रुक्खहों ॥ ९
[१३] पुणु जाउ जसुम्भउ अतुल-थामु पुणु विमलवाहणुच्छलिय-णा ॥१ ॥ पुणु साहिचन्दु चन्दाहि जाउ मरुएउ पसेणई णाहिराउँ ॥२ तहों णाहिहें पच्छिम-कुलयरासु मरुएवि सई व पुरन्दरासु ॥३ चन्दहाँ रोहिणि व मणोहिराम कन्दप्पहो रइ व पसण्ण-णाम ॥४ सा णिरलङ्कार जि चारु-गत्त आहरण-रिद्धि पर भार-मेत ॥ ५ तहे णिय-लायण्णु जे दिण्ण-सोहु मलु केवलु पर कुङ्कम-रसोहु ॥ ६ ॥ पासेय-फुलिङ्गावलि जे चारु पर गरुयउ मोत्तिय-हारु" भारु ॥७ लोयण जि सहावें दल-विसाल आडम्वरु" पर कन्दोह-माल ॥८
॥ घत्ता
॥
कमलासाएँ" भमन्तऍण . मुहलीयउँ कम-जुयलु
अलि-वलएं" मन्दें।.. किं णेउर-सवें ॥९
॥
7 P चारु. 8 PS चक्खुभउ. 9 दिवायरं दसणे. 10 PS °मणि. 11s कोओहलु, A कोउहलु. 12 A इउ काइ भडारा. 13A कंम. 14 PS एवहि. 158 घोसइ. 16s विदेहि. 17 SA तिलोया'. 18 P महं. 19 P जिणेंदें, A जिणिंदे. 20 5 नव. 21 PS पुष्फहो. 22 P °फलइ. 23 P"रुक्खहे, रुक्खहें. • 13. 1 P °थाउं. 25 °णाउं. 3 P साहिचंद. 4 P पसेणे. 5s णाहेराउ. 6 PS णाहिहि. 7 P सइ व्व. 8 P भारमत्त, s भावमित्त. 9 Ps जि. 10 P दिण्णु, s missing. 11 P पासेव. 12 A पुडिंगा° corrected marginally to पुलिंगा. 13 s जि. 14 PS °हार. 15s आडवर. 16 P कमलासाइ. 17 PS अलिउलए, A अलिवलएं, with the Anusvāra of °एं rubbed out. 18 P हुयउं. 19 P नेउर. .
[१३] १ निबिडेन.
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org