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________________ ३० प्रजाः ३१ गणाः पाण्ड ३३ विद्याः आभोगिनी पन्नत्ति मोहनी थंभणी मोहणी स्तम्भनी कासी कुडुक कुणाला कुरुक्षेत्र अंगमगह कुरुखेत्त अङ्गमगध अङ्गा अन्ध्र अवंती उत्तरापथ कुसह उत्तरापह कुंकण उत्तरावह के अद्ध कोण कोसला कोंकणग कच्छ कर्णाट कलिंग मल सारस्वत अच्छ अयोध्या भवंति अहिछत्ता अंधपुर आणंदपुर आनन्दपुर कुंभारकक्खड जमिनी कुंभारकड उज्जेणी कोडिवरिस उत्तरमथुरा कोशला कंची कंपिल कावी उत्तर महरा कोसंबी कंचनपुर कोंडलमिंढ कौशाम्बी गयपुर गोब्बर Jain Education International गोल गौड चीन चेदि कुणाला कुम्भकारकृत कुसुमनगर ज्ञातखण्ड णायसंड कुसुमपुर कुंभकारकक्खड तामलित्ति कुंभकारकड ताम्रलिप्सी तुरमिणि तोसलि डिम्भरेलक तेमाल तोसलि धूणा दक्खिणावह दक्षिणापथ दमिल उत्तराध्ययन कप्पियाकप्पिय निशीथ गोबर चम्पा द्वादशं परिशिष्टम् । ३२ योगाः कल्पिarकल्पिक निसीह दक्खिण महुरा दक्षिणमथुरा दन्तपुर दीव द्वारिका द्वीप धर्मचक्र ३५ जनपदाः दसन्न द्रमिल द्रविड नेपाल नेमाल पश्चिम देश पंचाला प्राण्डुमथुराः पारस पारसीक पूर्वदेश अनुभरह पञ्चशील पञ्चसेल काननद्वीप पञ्चशैल भरत ३६ ग्राम-नगर-नगरीप्रभृतयः नन्दपुर नन्दिपुर पट्ठाण पतिट्ठाण पभास पाटलिपुत्र पाटलिपुत्रक प्रज्ञप्ति महाकप्पसुय पनत्ति भगवती व्याख्याप्रज्ञप्ति ३४ द्वीपा क्षेत्राणि च पाडल पाडलि पावा पुप्फपुर भंगी भिल्लमाल मगध मगधा मगह मधुरा मरहट्ट मरु मलय महरट्ठ महाराष्ट्र पुरुषपुर पुष्पपुर पोतण मालव लाट For Private & Personal Use Only लाड लाढा वच्छ वच्छा १५१ धर्मचक्रभूमिका पुरिमताल मधुरापुरी वेराड पुरिसपुर मधुरा शैलपुर महुरा श्रावस्ती मासपुरी साएतग मिहिला साएय पोतनपुर राजगृह साकेत प्रभास रायगह सावस्थी प्राचीनवाह वदिस सिद्धशिला बारवई वच्छ सुत्तीवई वणवासी सुमनोमुख भद्दिलपुर पाडलिपुत्त भरुंअच्छ भरुकच्छ वरण सेयविया पादीणवाह घाणारसी सेलपुर पायीणवाह भरुयच्छ वारत्तगपुर सोपारक वीतभय सोरिय भृगुकच्छ मत्तियावई वीयभय हेमपुर भरह लद्वीप संडिब्भ सिन्धु सिन्धुसो वीर सिन्धुसौवीर सुरट्ठा सुराष्ट्रा सुत्रण भूमी चट्ट वंगा विदर्भ विदेह वेराड स्थूणा सुवन सुवर्णभूमी सूरसेण www.jainelibrary.org
SR No.002515
Book TitleAgam 35 Chhed 02 Bruhatkalpa Sutra Part 06
Original Sutra AuthorBhadrabahuswami
AuthorChaturvijay, Punyavijay
PublisherAtmanand Jain Sabha
Publication Year2002
Total Pages424
LanguageSanskrit, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bruhatkalpa
File Size20 MB
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