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कैसेहि- कीदृशात् ३२ - १ कैसें - कीदृशेन ३२ - १; कीदृशस्य ३२ - २;
२३–१७, ३२-१
को - कः १९-१८, २१-२, २१-१२, २१-२०, . २२-४, २६-२४, २७–९, २८-२७, २९–११, ३०-१, ३१–२, ३२-१३ कम् २२-३ का
१९-२२
कोउ कोऽपि २१- १८; कश्चित् २१--१९ कोलं - कोडे ६ - २० को - कोपम् ९ - ३१ कोह 'कुप्यति ८४ क्ष
-
क्षमा- क्षमाम् ९ - ३१ क्षेम - क्षेमम् २१-१६ ख :
खजुहाव सर्जति ७-१३ खण खनते ४९-२२
खणांव - खानयति ४९-२२
खणावन्त - खानयति खानयन् वा २१-१५
खा- खादति ११-१९
४९-२७
खाट खड्गाम् खातिं - ख्यातिम् १०-१७ खांत - खाद्यमानम् ५२-५ खेरूं, क्षेत्रे १३-२२ खेल - खिलति ५२-१७ खेलाव - खेलयति ५२ - १७ खेल - खेल्यते क्रीड्यते वा २०-५
ग गअवाल - गयापाल ५२-२८
गए - गच्छन्ति स्म जग्मुर्वा २०-१७ गदिआण गद्दिकानाणकम् १५-२९ गदिआणे - गमन कर - गच्छति ८- २७, गन्ता, गमकः,
१६-१
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याता १२-१
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उक्तिव्यक्तिप्रकरण
कीदृशाय ३२२-१; कीडशे २२ - २१ कथम्
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गाइ - गाम् १३-२७, १६-२२ गाउँ
गावि - गौः ५०-०१, नाम् ५- १४- १९, ५०- २८ गांउं - ग्रामम् ११ - २१
गांग - गङ्गायाम् ५- २३, ५०-१३ गांवहुँत - ग्रामाद् १४-१५ गिह- गृह्णाति, घिण्णते वा ७-२६ गिहथहि - गृहस्थम् ४९-२० गम - ग्रीवायाम् ६ - २२
गुआल - गोपालकः ५- १४; गोपालः ५०-२८ गुआ - गोपालेन १३-२७ गुड - गुडति ५२ - २७
गुण- गुणति - १९ गुणआणि गुणतानाम् ५२-४ गुणिआ - गुणिनः १९-१५ गुणैगुणा एव १०-९ गुर - कुरति ५२-६
गुरु- गुरुः ५०-२३ गुरुहि- गुरुम् ५२-१ गुह - गृहति ४९ - २८ गूंफ - गुंफति ५१-२७ गृहस्थ हि - गृहस्थम् ५२-२३ गोडं - चरणे ५०-१८ गोरु - गोरूपाणि ४९ - २३ गोरू - गोरूपाणि ५२-१५ गोसांवि- गोस्वामी ५२ - १५ गोहराव - आह्वयति ७-९ गोहारि - घूत्कारम् ५०-२०
ग्रहण ९-२
ग्रहण कर गृह्णाति ९-२
ग्राम - ग्रामस्य १२-१
घ
घर-गृहे २८-८, ३०-५ घरं - गृहे २७ - १
गमन करत - गच्छन् ११-६ गलें-गले ६-२३
घिr - घृतम् ४९ - २९ धिंए - सघृत २१-३१
गा-गतः १४–३०, १५ - २, जगाम, गतवान्, घोर - घुरति ५२ - १०
गतवती वा २२-१
घ्राण कर ८-२८ च
४९-१, ५०-३, ५०-११, ५२-१४; ग्रामस्व -१२-१
- ग्रामः१६-१४, १६-२०;ग्रामम् १६-१२, चडई - [ चटकी ? ] ५२-२७, चडाव - चढापयति ६- २२ चल - चलति ४९ - १, ५२-१४
घरु - गृहम् २२-२, ५०-२७ घालि - कृत्वा ५०-२०
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