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________________ गिरनार महातीर्थना पांच चैत्यवंदन (१) जय तळेटी नेमिनाथ भगवाननुं चैत्यवंदन. (२) जय तळेटीमां श्री नेमिनाथ भगवाननी चरणपादुकानुं चैत्यवंदन. (३) पहेली ट्रंकमां श्री नेमिनाथ भगवाननुं चैत्यवंदन. (४) भमती ना भोंयरामां श्री अमीझरा पार्श्वनाथनुं चैत्यवंदन अथवा. नेमिनाथ भगवाननी चरणपादूकानुं चैत्यवंदन. आ सिवाय जो समय होय तो ज्यां थइ शके त्यां चैत्यवंदन करी शको छो. सहसावनमां (१) समवसरण मंदिर (२) दीक्षा कल्याणकनी प्राचीन देरी (३) केवळज्ञान कल्याणकनी प्राचीन देरीनुं चैत्यवंदन करवुं. श्री नेमिनाथ टूंकना मंदिरनी माहिती (१) मूळनायक श्री नेमिनाथनुं मंदिर - श्री नेमिनाथ भगवान जगमाल गोरधननुं मंदिर - श्री आदिनाथ भगवान अमिझरा पार्श्वनाथनुं भोंयरु - अमिझरा पार्श्वनाथ भगवान मेरकवशीनुं मंदिर - श्री पार्श्वनाथ भगवान अदबदजी मंदिर - श्री ऋषभदेव भगवान पंचमेरुनुं मंदिर - अष्टापदजीनुं मंदिर - २४ भगवान (३) सगराम सोनीनुं मंदिर २४ भगवान (४) कुमारपाळनुं मंदिर - श्री अभिनंदन स्वामी (५) मानसंग भोजराजनुं मंदिर - श्री संभवनाथ भगवान (६) वस्तुपाल - तेजपालनुं मंदिर - श्री शामळा पार्श्वनाथ भगवान (७) गुमास्तानुं मंदिर श्री संभवनाथ भगवान (८) संप्रतिराजानुं मंदिर - श्री नेमिनाथ भगवान | (९) ज्ञानवावनुं मंदिर श्री संभवनाथ भगवान (१०) चंद्रप्रभ स्वामिनुं मंदिर - श्री चंद्रप्रभ स्वामी, गजपद कुंड - (११) मलवालानुं मंदिर - शांतिनाथ भगवान wwwww HOPER - ३१
SR No.002497
Book TitleGirnar Geetganga
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHemvallabhvijay
PublisherGirnar Mahatirthvikas Samiti
Publication Year2016
Total Pages334
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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