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करशुं धरम निरांते कहे तुं गुमानमा, जे जाय छे घडी ते फरीने नहीं मळे.
अवतार...
मोडं शाने करे छे वधं ?...
(राग : जिंदगी की न तूटे लडी - क्रांति) मोडुं शाने करे छे वधु ? आज कही दे प्रभुने बधुं, काळा कर्मोनी काळी कथानो, भार वेठे छे शाने हजु?
आज कही दे प्रभुने बधुं. जो तुं माने हुं पापी नथी, तो ओ ताई अभिमान छे, तारा चहेराना चिन्हो कहे, तारो जीवडो परेशान छे, हो परेशान छे, नथी संताडवानुं गजु, आज कही दे प्रभुने बधुं,
मोडुं शाने करे छे वधु ? तारो आत्मा कबूले छे पण, बोली देतां तुं अचकाय छे, छूपा राखेला मनना भरम, खोली देतां तुं खचकाय छे, शाने खचकाय छे ? नथी सांभळतुं कोई बाजुमां, आज कही दे प्रभुने बधु,
मोडं शाने करे छे वधु? प्रभु पासे पस्तावो करे, अना पापो घटी जाय छे, जाणे मोटी शिलानु वजन, माथा परथी हटी जाय छे, हो हटी जाय छे. हेयुं थई जाशे हळवू घj, आज कही दे प्रभुने बधुं,
मोडुं शाने करे छे वधु ? जीवडा... प्रभुजीने... सघळु... कही दे (२)
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