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[527 ] षट्त्रिंश अध्ययन
सचित्र उत्तराध्ययन सूत्र
Palms, plants of knotty stems or stalks like sugarcane, mushrooms, water-plants, seasonal plants (wheat, gram, rice etc.), and green vegetables etc.; all these are individualbodied (plant-bodied beings). (95)
साहारणसरीरा उ णेगहा ते पकित्तिया । आलुए मूलए चेव, सिंगबेरे तहेव य ॥ ९६ ॥
साधारण शरीरी (वनस्पतिकायिक) भी अनेक प्रकार के कहे गये हैं, यथा-आलुए- आलूक (अथवा आलू), मूलए-मूलक (अथवा मूली), सिंगबेरे - अदरक - ॥ ९६ ॥
Common-bodied (plant-bodied beings) are also of several types-potato, radish, ginger,- (96)
हिरिली सिरिली सिस्सिरिली, जावाई केय-कन्दली । पलंडू- लसणकन्दे य, कन्दली य कुडुंबए ॥ ९७॥
हिरली - हिरलीकन्द, सिरिली - सिरिलीकन्द, सिस्सिरिली - सिस्सिरिलीकन्द, जावई - जावईकन्द, केयकन्दली-केदकन्दलीकन्द, पलण्डु-प्याज, लसणकन्द - लहसुन, कन्दली - कन्दली, कुडुम्बएकुस्तुम्बक - ॥ ९७॥
Hirli (Hiralikanda), Sirili (Sirilikanda), Sissirili ( Sissirilikanda), Jaavai (Jaavaikanda ), Keyakandali (Kedakandalikanda), onion ( Palandu), garlic (Lasanakanda ), plantain tree (Kandali), Kudumba (Kustumbaka)- (97)
लोहि णीहू व थिहू य, कुहगा य तहेव य । कण्हे य वज्जकन्दे य, कन्दे सूरणए तहा ॥ ९८ ॥
लोहि- लोही, लोहिणी, लीहू-स्निहु, कुहक, कृष्णकन्द, वज्रकन्द और सूरणकन्द - ॥ ८८ ॥
Lohi, Lohini, Lihu (Snihu), Kuhak, Krishnakanda, Vajrakanda and Surankanda - (98) अस्सकण्णीय बोद्धव्वा, सीहकण्णी तहेव य । मुसुण्ढी य हलिद्दा य, उणेगहा एवमायओ ॥ ९९ ॥
अश्वकर्णी, सिंहकर्णी, मुसुंडी, हरिद्रा - हल्दी इत्यादि अनेक प्रकार के साधारण शरीरी वनस्पतिकाय जाननी चाहिए ॥ ९९ ॥
Ashvakarni, Simhakarni, Musundi, turmeric etc., thus know various types of common-bodied (plant-bodied) beings. (99)
गविहमणाणत्ता, सुहुमा तत्थ वियाहिया । सुहुमा सव्वलोगम्मि, लोगदेसे य बायरा ॥ १०० ॥
नानात्व (अनेकता) से रहित एक ही प्रकार के सूक्ष्म वनस्पतिकायिक जीव कहे गये हैं। वे समस्त लोक में व्याप्त हैं लेकिन बादर वनस्पतिकायिक जीव लोक के एक देश (अंश अथवा भाग) में ही हैं ॥ १०० ॥
Without having any variety, the minute plant-bodied beings are said to be of one kind only and are spread all over the universe (Lok); however, the gross ones are only in one part of it. (100)