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| चित्र परिचय २८
Illustration No. 28 बहुश्रुत की 15 उपमाएँ - 1 ___ जिस प्रकार शंख में रखा हुआ दूध निर्विकार रहता है, उसी प्रकार बहुश्रुत भिक्षु में धर्म एवं श्रुत निर्विकार रहकर शोभित होते हैं। भगवान महावीर ने बहुश्रुत की 15 उपमाओं का वर्णन किया है(1) घोड़ों में कन्थक अश्व, जाति एवं वेग में श्रेष्ठ होता है। (2) आकीर्ण-जातिमान् अश्व पर सवार दृढ़ पराक्रमी शूरवीर दोनों ओर के नन्दीघोषों, जयकारों से
सुशोभित होता है। (3) हथिनियों से परिवृत साठ वर्ष का शक्तिशाली हाथी किसी अन्य हाथी से पराजित नहीं होता।
(4) तीखे सींगों और बलिष्ठ स्कन्धों वाला, गौसमूह का अधिपति, वृषभ सुशोभित होता है। 卐 (5) तीक्ष्ण दाढ़ों वाला, पूर्ण युवा और दुर्जेय सिंह वन्य पशुओं में प्रधान होता है। ॐ (6) शंख, चक्र और गदा आयुधों को धारण करने वाला वासुदेव अप्रतिहत बलशाली योद्धा होता है। (7) चारों दिशाओं के अन्त तक का स्वामी, महर्द्धिक, चौदह रत्नों का अधिपति चक्रवर्ती सम्राट् होता है।
-अध्ययन 11, सू. 15-22
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15 METAPHORS FOR ACCOMPLISHED SCHOLARLY ASCETIC - 1
As milk kept in a conch-shell remains faultless, so religion and scriptural 4 knowledge remain faultless and resplendent in a learned ascetic. Bhagavan Mahavir
has mentioned 15 metaphors for the learned (1) Among horses the Kanthak breed horse is excellent in speed and other qualities,
so is an accomplished scholarly ascetic (among ascetics). (2) As a brave hero with unyielding valour astride a trained horse is heralded by both
camps, so... (3) As a sixty years old strong bull elephant surrounded by she elephants is not
defeated by any other elephant, so... As a large bull with pointed horns and strong shoulders looks grand as the
leader of its herd, so... (5) As a lion with sharp fangs, youthful, mature and unconquerable is supreme 41
among wild animals, so ... As Vaasudeva, armed with Shankh, Chakra, and Gada is an invincible and
powerful warrior, so ... (7) As an exalted emperor, the owner of fourteen gems, is the emperor of the land 5 till the end of all four cardinal directions, so is an accomplished scholarly ascetic. 4
-Chapter 11, Aphorism 15-225