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उत्तर भारतीय प्रवर्तक गुरुदेव भण्डारी श्री पद्मचन्द्र जी म. सा. द्वारा
सम्प्रेरित सचित्र आगममाला का सत्ताईसवाँ पुष्प
। सचित्र निशीथ सूत्र
0 सम्पादक:
श्रुताचार्य साहित्य सम्राट प्रवर्तक श्री अमर मुनि जी महाराज
0 सह-सम्पादक:
श्री वरुण मुनि 'अमर शिष्य' डॉ. राजेन्द्र 'रत्नेश' संजय सुराना
। अंग्रेजी अनुवादकः
साहित्य मनीषी श्री मुन्नालाल जैन विशेष सहयोगी पद्म रत्न श्री राजकुमार जैन
0 प्रथमावृत्तिः
वि. सं. 2071, फाल्गुन सुद 15, ईस्वी सन् 2015, मार्च
। प्रकाशक एवं प्राप्ति-स्थान :
पद्म प्रकाशन पद्म धाम, नरेला मण्डी, दिल्ली-110 040 महेन्द्र जैन (अध्यक्ष) मो. : 09810027225
0 मुद्रण:
संजय सुराना श्री दिवाकर प्रकाशन ए-7,अवागढ़ हाउस, एम. जी. रोड, आगरा-282 002 फोन :0562-2851165, मो. : 9319203291,9927418262
0 मूल्य:
चार सौ रुपया मात्र (400/- रुपये)
© सर्वाधिकार : पद्म प्रकाशन, दिल्ली